A hard working social worker who is also curious, sensitive, empathetic and able to find creative solutions for the everyday problems of my friends. Open minded, caring and enthusiastic, I am fully conversant with current thinking on social work conduct and practice.
Saturday, 29 June 2019
Thursday, 27 June 2019
It is great to see the development of our team : Peeyush Pandit, Swarna Bharat Parivaar
स्वर्ण भारत का कारवां निरन्तर आगे बढ़ता हुआ और यह सब सम्भव हो रहा है आपकी वजह से ।।
हमे गर्व है आप हमारे स्वर्ण भारत परिवार के सदस्य हैं ।।
संगठन से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या 2676322
संगठन से जुड़े हुए जिलों की संख्या 154
संगठन अब तक 11 राज्यों में पूर्णतः सक्रिय
संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रमो की संख्या 267
संगठन से जुड़े हुए जिलों की संख्या 154
संगठन अब तक 11 राज्यों में पूर्णतः सक्रिय
संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रमो की संख्या 267
Friday, 21 June 2019
स्वर्ण भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पंड़ित ने बताया कि ऋग्वेद में सबसे पहले योग का उल्लेख पाया जाता है।
योग का अर्थ होता है जोड़ना। जब योग को आध्यात्मिक घटना के तौर पर देखा जाता है तो योग का अर्थ है आत्मा का परमात्मा से जोड़। सरल शब्दों में कहा जाये तो, मनुष्य का ईश्वर से मेल। मानव मन को ईश्वर से जुडने के लिए मानसिक, आत्मिक और शारीरिक रूप से निरोगी होना होगा। उसमें कोई विकार न हो तो यह जोड़ जल्दी होगा, सरलता से होगा, अवश्यंभावी होगा। विकार युक्त मन से यह संभावना क्षीण हो जाएगी। ध्यान से पहले के सभी आसन और प्राणायाम आदि उसी विकार मुक्त मन को पाने की चेष्टा मात्र होते हैं।
कभी-कभी लगता है कि योग विद्या के साथ घोर अन्याय हो रहा है क्योंकि योग के आठ अंगों मे से एक है आसन। जो पेट कम करने, वज़न कम करने, जोड़ो के दर्द से मुक्ति पाने का व्यायाम बनकर ही रह गया है। अथवा लोग इतना ही जानते हैं या फिर लोगों की रुचि और सुविधा के अनुसार इसे सीमित कर दिया गया है। जो भी हो, यह दोनों ही तरह से योग विद्या के साथ घोर अन्याय है।
हमें कोशिश करनी चाहिये कि योग को पूरी तरह से अपनायें जिससे योग का मूल रुप न खोये।
Peeyush Pandit, Chairman, Swarna Bharat Parivaar wishes you all International Yoga Day - 2019
"INTERNATIONAL YOGA DAY"
Yoga is the methodology with which to unveil the miracle that exists right in front of our faces and inside ourselves.
Wish you all a Healthy & Prosperous Life.
Regards,
Peeyush Pandit
Chairman
Swarna Bharat Parivaar
Mob:7291813661
Chairman
Swarna Bharat Parivaar
Mob:7291813661
E-mail: psgchead@gmail.com
Website: www.peeyushpandit.in ; www.swarnabharatparivaar.org
Website: www.peeyushpandit.in ; www.swarnabharatparivaar.org
Twitter: https://twitter.com/PEEYUSHGURU
Linkedin: https://www.linkedin.com/in/peeyushguru/
Monday, 17 June 2019
Peeyush Pandit June Visit, Uttar Pradesh – 2019
Peeyush Pandit June Visit, Uttar Pradesh – 2019
Agenda : Women Empowerment,
Youth Development
Places : Lucknow,
Mirzapur, Allahbad, Pratapgarh, Chitrakoot, Ayodhya, Kausambhi, Gonda,
Raibrally , Varanasi
Peeyush Pandit, Chairman , Swarna Bharat Parivaar, started
June visit to different districts of Uttar
Pradesh along with the team and this
visit is dedicated to the above mentioned Agendas.
Peeyush Pandit believes Gender equality is, first and
foremost, a human right. A woman is entitled to live in dignity and in freedom
from want and from fear. Empowering women is also an indispensable tool for
advancing development and reducing poverty. Empowered women contribute to the
health and productivity of whole families and communities and to improved
prospects for the next generation. Yet discrimination against women and girls -
including gender-based violence, economic discrimination, reproductive health
inequities, and harmful traditional practices - remains the most pervasive and
persistent form of inequality. Women and girls bear enormous hardship during
and after humanitarian emergencies, especially armed conflicts. And to minimize
this Swarna Bharat Parivaar is dedicated to empower women by supporting them in
various ways.
- · Opening of Skill Development Centers in different districts.
- · Giving employment to them depending on their skills.
- · Personality Development classes to bring back their own lost confidence and self representation.
- · To help women to make their own identity.
- · The power of Internet - utilization of internet has open the roads of knowledge and awareness related to the various field, it increased the social interactions between the far way people and influences the women.
Benefits of Women
Empowerment
It leads to increase the confidence of women in various
fields and decrease their dependency on others with respect to financial
requirements as well as decision-making ability.
- · increase their ability to make the contribution for well being of society.
- · they will able to gain respectful position in the society.
- · their participation will help in the growth of the GDP of the country.
Other aspect on which Peeyush Pandit focused is the younger
generation of our Country and how their energies and talent can be best
channelized for the betterment of the society. The need to create value in the
lives of our Youths has given rise to various calls for inculcating
entrepreneurship skills amongst them. Our
Youths presently live in an environment predominant with the influences of
parents, schools, peer groups, government policies, social values and the wave
of internet related issues. All these work to shape the thinking and direction
of our youths positively or negatively. In the positive sense, the mind and
thought of these youths become properly and positively directed to face the
issues of life, while the reverse becomes the opposite. Swarna Bharat Parivaar
have taken small effort to encourage youth for self betterment.
- · Various Skill development Centers to be opened.
- · Mentorship & Focus
- · Vocational Training Centers
- · Motivational & Entrepreneurial Classes
- · Employment Opportunities
Youth are not only the leaders of tomorrow, but also the
partners of today. Young people are social actors of change and progress. They
are a crucial segment of a nation’s development. Their contribution, therefore,
is highly needed.
We hope you all will all support us and volunteer with us.
Thanks & Regards,
Peeyush Pandit
Chairman
Swarna Bharat Parivaar
Mob:+91-7291813661
E-mail : swarnabharatparivaarps@gmail.com
Thursday, 13 June 2019
People Appeal to Government to send Peeyush Pandit to Rajya Sabha
"जन जन की एक पुकार पीयूष पंडित को राज्यसभा भेजे सरकार"
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में एक सक्रिय समाजसेवी पीयूष शुक्ला जिन्हें लोग पीयूष पंडित के नाम से जानते हैं। पूर्वांचल में चर्चित पीयूष पंडित गरीबों की आवाज माने जाते हैं।
पीयूष पंडित जी अपने सामाजिक संगठन स्वर्ण भारत परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं और उनका यह संगठन शिक्षा के क्षेत्र में गरीब बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराना और उनको पढ़ाने के लिए प्रयासरत है और इसके लिए पीयूष पंडित जी ने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे सभी अपने क्षेत्र के गरीब बच्चों को शाम को पढ़ाने के लिए दो घंटे क्लास चलाये और स्कूलों की बढ़ती हुई फीस के खिलाफ भी स्वर्ण भारत परिवार समय समय पर आवाज उठाता रहा है। गरीबों की शिक्षा को लेकर पीयूष पंडित जी पहले भी चिंता जता चुके हैं। उनका कहना है कि प्राइवेट स्कूलों की बढ़ती फीस से गरीब और समान्य परिवार के छात्र सरकारी स्कूलों पर निर्भर हो गए हैं और सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गिरती हुई गुडवत्ता की वजह से गरीब छात्र शिक्षा से थोड़ा दूर होता जा रहा है।
गरीबों के भोजन की ब्यवस्था को लेकर स्वर्ण भारत परिवार कार्य करता रहा है पीयूष पंडित जी का कहना है कि वर्तमान समय में अपने ही देश में जहां एक तबका है जो प्रतिदिन भोजन की बर्बादी करता है वहीं दूसरा ऐसा भी तबका है जिसे दो वक़्त की रोटी भी नसीब नहीं होती है, शादियों और कार्यक्रमों में होने वाली भोजन की बर्बादी को रोकने के लिए कोई कानून लाने की जरूरत है और हो सके तो बचे हुए भोजन को बर्बाद न करके उसे जरूरतमन्द तक पहुचाने का प्रयास करना चाहिए।
पर्यावरण को लेकर स्वर्ण भारत परिवार बहुत ही जागरूक है और पर्यावरण संरक्षण के लिए समय समय पर पीयूष पंडित जी बृक्षारोपण अभियान भी चलाते रहे हैं।उन्होंने अपने जन्मदिन पर एक बृक्ष लगाने का सुझाव भी उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को दिया है । पीयूष जी का कहना है कि जिस तरह से बृक्षों की कटाई चल रही है उस प्रकार तो पृथ्वी का अंत सन्निकट है ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के लिए कड़े कानून बनाने की आवश्यकता है।
गरीबों की आवाज माने जाने वाले पीयूष पंडित गरीबों पर हो रहे अत्त्याचार और शोषण के विरुद्ध संघर्ष करते रहे हैं। ऐसे मामले जहां दबंगों द्वारा गरीबों पर अत्त्याचार किया जाता है और पुलिस उनकी एफ आई आर भी नहीं लिखती है और पुलिस द्वारा गरीबों का शोषण किया जाता है तो ऐसे मामलों में पीयूष पंडित गरीबों की आवाज बनकर प्रशासन के सामने खड़े हो जाते हैं और न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखते हैं।
ऐसे मामले जहां निर्ममता की सारी हदें पार कर दी जाती हैं वहां पीयूष पंडित मोर्चा खोल कर रखते हैं और अपराधियों को दंड मिलने तक प्रशासन से संघर्ष करते रहते हैं।
पीयूष पंडित जी सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध हैं उनका मानना है कि देश में जातिगत आधार पर भेदभाव बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। उनका कहना है कि आरक्षण जातिगत आधार पर न हो कर आर्थिक आधार पर होना चाहिए जिससे कि आरक्षण उचित ब्यक्ति को मिल सके।
पीयूष पंडित जी के जीवन का लक्ष्य एक स्वर्णिम भारत बनाना है जहाँ जातिगत भेदभाव न हो, जहां गरीबों पर जुर्म न हो , जहां हर किसी को सच्चा न्याय मिले , जहां कोई भूखा न सोये , जहाँ हर किसी को बराबर का सम्मान मिले , जहां हर युवा को काम मिले जहाँ सभी वातावरण के प्रति जागरूक रहे।
ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले पीयूष पंडित किसानों की पीड़ा को भलीभांति समझते हैं तथा उनके कष्ट दूर करने की काबिलियत भी रखते हैं परंतु सत्ता का साथ न मिलने से उनके प्रयास महज प्रयास रह जाते हैं।
पीयूष पंडित जी का ब्यक्तित्व बहुत ही महान है वो बड़ो का सम्मान बुजुर्गों की सेवा और अपने माता पिता की सेवा खुद भी करते हैं और सभी को अपने माता पिता की सेवा करने की सलाह भी देते हैं। अग्रज का सम्मान और अनुज से प्रेम का ब्यवहार करने वाले पीयूष पंडित जी शृष्टाचार के लिए युवाओं के लिए आदर्श हैं। महिलाओं का सम्मान करना और महिलाओं की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना एक आदर्श पुरुष का धर्म है और यही असली पुरुसार्थ है । ऐसे विचारों वाले पंडित जी का राज्यसभा पहुँचना देश के लिए अत्यंत आवश्यक है।
ऐसे समय में जब बीजेपी सरकार ने सारंगी जी को मंत्री बनाकर सामाजिक कार्य करने वाले लोगों को उत्साहित करने का कार्य किया है, उत्तर प्रदेश के युवाओं की एक ही मांग है की सरकार पीयूष पंडित जी को राज्यसभा भेजे ताकि गरीबों की आवाज उठाने वाला कोई ब्यक्ति संसद में पहुंचे। और मेरा ये मानना है कि ऐसे लोगों की सही जगह राज्यसभा में ही है।
पीयूष पंडित जी देश की गंभीर समस्याओं को लेकर एक क्रांतिकारी परिवर्तन के लिए संघर्षरत हैं। वो देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में काम कर रहे हैं। और अगर ऐसा ब्यक्तित्व राज्यसभा के अंदर होगा तो उससे न केवल संसद की सुंदरता बढ़ेगी अपितु लोकतंत्र को भी मजबूती मिलेगी।
Tuesday, 11 June 2019
Sunday, 9 June 2019
PEEYUSH PANDIT CHAIRMAN SWARNA BHARAT PARIVAAR ORGANIZES RALLY ON PARSHURAM JAYANTI IN PRATAPGARH
I would like to thank you all for all your love and support that you have shown to me and my organization Swarna Bharat Parivaar.
🙏🙏जय भगवान परशुराम जी की 🙏🙏🙏
"Parshuram Jayanti Rath Yatra" was carried out on behalf of the "Swarna Bharat Parivaar" organization in which thousand of youth took part and a grand Yatra was conducted with Bikes, Four Wheelers, DJ, Horses and other mediums. It was great to see the enthusiasm of the crowd.
This rally has created a tremendous impact as Lucknow highway was affected by this rally and Traffic Jam Took place.
#आर्टिकल15_फ़िल्म_पर_ब्राम्हणों_की_दिखी_नाराज़गी।
परशुराम जयंती के दौरान लोगो मे नाराजगी भी देखने को मिली संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पंडित में विवादित बयान भी दे डाला उन्होंने खुले मंच पर कहा यदि सिनेमाघरों में यहा फ़िल्म दिखाई गई यो आग के हवाले पूरे सिनेमाघरों को कर दिया जाएगा और जगह जगह आगजनी होगी जिसकी जिम्मेदारी सरकार और सेंसर बोर्ड की होगी ऐसी उन्होंने कहा ऐसी फिल्म को मान्यता देकर सरकार गृह युद्ध करवाने की फिराक में है समाज को विखंडित करने के लिए ब्राम्हण समुदाय को बदनाम करने की पूरी कोशिश की जा रही है पहले क्षत्रिय के अपमान के लिए फ़िल्म पद्मावती बनाई गई और अब ब्राम्हण को बदनाम करने के लिए आर्टिकल15 लेकिन यह फ़िल्म बनाने वाले निर्देशक यह भूल गए कि अभी तो छत्रियों की तलवारें निकली थी यदि फ़िल्म लगी तो ब्राम्हणों का फरसा निकलेगा और परशुराम के वंसज तांडव करने पर मजबूर हो जाएंगे ।
परशुराम जयंती के दौरान लोगो मे नाराजगी भी देखने को मिली संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पंडित में विवादित बयान भी दे डाला उन्होंने खुले मंच पर कहा यदि सिनेमाघरों में यहा फ़िल्म दिखाई गई यो आग के हवाले पूरे सिनेमाघरों को कर दिया जाएगा और जगह जगह आगजनी होगी जिसकी जिम्मेदारी सरकार और सेंसर बोर्ड की होगी ऐसी उन्होंने कहा ऐसी फिल्म को मान्यता देकर सरकार गृह युद्ध करवाने की फिराक में है समाज को विखंडित करने के लिए ब्राम्हण समुदाय को बदनाम करने की पूरी कोशिश की जा रही है पहले क्षत्रिय के अपमान के लिए फ़िल्म पद्मावती बनाई गई और अब ब्राम्हण को बदनाम करने के लिए आर्टिकल15 लेकिन यह फ़िल्म बनाने वाले निर्देशक यह भूल गए कि अभी तो छत्रियों की तलवारें निकली थी यदि फ़िल्म लगी तो ब्राम्हणों का फरसा निकलेगा और परशुराम के वंसज तांडव करने पर मजबूर हो जाएंगे ।
Saturday, 8 June 2019
Friday, 7 June 2019
Peeyush Pandit Participated in Lord Parshuram Shobha Yatra
#दृतीयपरशुरामभगवानशोभायात्रा
आप सभी विप्र जन सादर आमंत्रित हैं ।
अलुवामई से खनवारी लाला बाजार सहित कई गांवों में भगवान परशुराम जी की शोभायात्रा ।
समय सुबह 10 बजे से 2 बजे समापन
सम्मान समारोह 2 बजे से 3
3 बजे से आर्टीकल 15 मूवी पर ज्ञापन और प्रदर्शन
ब्रह्मनभोज 4 बजे से प्रभु इच्छा तक
आप भी आएं औरों को भी लाएं
निवेदक समस्त सामाजिक संगठन व हम आप
आप सभी विप्र जन सादर आमंत्रित हैं ।
अलुवामई से खनवारी लाला बाजार सहित कई गांवों में भगवान परशुराम जी की शोभायात्रा ।
समय सुबह 10 बजे से 2 बजे समापन
सम्मान समारोह 2 बजे से 3
3 बजे से आर्टीकल 15 मूवी पर ज्ञापन और प्रदर्शन
ब्रह्मनभोज 4 बजे से प्रभु इच्छा तक
आप भी आएं औरों को भी लाएं
निवेदक समस्त सामाजिक संगठन व हम आप
Tuesday, 4 June 2019
Peeyush Pandit initiate "Youth Development Program"
स्वर्ण भारत यूथ #डेवलोपमेन्ट प्रोग्राम के तहत निन्नलिखित जिलों का दौरा सुनिश्चित हुआ है सभी #जिलों के #पदाधिकारीयुवाओं से #सम्बंधित सभी समस्या निस्तारण हेतु अपनी तैयारी पूर्ण करें । #बेरोजगारी दूर करने हेतु हर जिले में सेंटर स्थापित किये जा रहें हैं ।
#मिर्जापुर #विंध्याचल #चित्रकूट #झांसी #प्रतापगढ़#कौशाम्बी #रायबरेली #लखनऊ #बाराबंकी #जिलों में आप सभी के बीच उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास होगा ।
#मिर्जापुर #विंध्याचल #चित्रकूट #झांसी #प्रतापगढ़#कौशाम्बी #रायबरेली #लखनऊ #बाराबंकी #जिलों में आप सभी के बीच उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास होगा ।
Monday, 3 June 2019
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