Wednesday 27 January 2021

स्वर्ण भारत परिवार अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा यास्मीन बेगम ने बांटे कम्बल

स्वर्ण भारत परिवार अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा यास्मीन बेगम ने बांटे कम्बल

गरीबों में कम्बल बांट कर मनाया पति शाहिद अख्तर का जन्मदिन


बहराइच : संगत टोला, नानपारा, जनपद बहराइच निवासी मंजूर अहमद, की पुत्री यास्मीन बेगम अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा के पद पर अवैतनिक रूप से सामाजिक कार्यों में निश्वार्थ रूप से शामिल हैं पति  शाहिद अख़्तर,के जन्मदिन पर परिवार सहित स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्रीय कम्बल वितरण योजना के तहत अल्पसंख्यक टोले में जर्रूतमन्दों को कम्बल बांटकर जन्मदिन मनाया इस मौके पर  बहन शाहीन अंजुम बिब्बो  बेगम डॉक्टर हनीफ, असद अहमद आदि लोगो ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया । कुछ लाभार्थियों के नाम कुछ इस प्रकार हैं रुबीना , रेशमा, महनाज बेगम, रईस, रशीद, नाज़ बेगम, अनीशा, नगमा, साकरून, चांद बाबू, रुखसाना, सबीया, कैसर, इदरीस, अमजद, सलीम, अफ़रोज़, इकराम, सबीना, सलमुन, रसीदा, रज़्ज़ाक, सलमा, अनीशा, सुषमा,रामावती, अनिल, बीनू जगत राम, केतकी, मोहन ह लीम, रागनी, जगत रानी, अनीता, मायावती, ज्ञात हो कि स्वर्ण भारत परिवार की कम्बल वितरण योजना देश के 22 राज्यों में संचालित है, जो इस ठंड में जरूरतमंद द्वारा सराही जा रही है ।


अवगत कराते चलें स्वर्ण भारत परिवार द्वारा सभी राज्यों में कम्बल वितरण किया जा रहा है।संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पण्डित ने बताया कि बुज़ुर्ग हमारी धरोहर हैं, व हर मासूम की रक्षा हम सभी की ज़िम्मेदारी बने,हर विधवा का सम्मान हो,यही सेवा भाव अपने निहित न होकर  आरम्भ से ही यदि हर कोई इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों में सेवार्थ हो जाए तो पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है और स्वर्ण भारत समस्त निःस्वार्थ होकर अपनी समस्त टीम के साथ कड़क ठंड से बचाने के लिए राहत के रूप में कम्बल व ऊनी वस्त्र बांटकर असहायों की पीड़ा को दूर करने में जुटा है।जल्द ही स्वर्ण भारत परिवार द्वारा बहराइच में गरीब कन्याओं की शादी करवाने के लिए प्रयास किये जायेंगे ।

Sunday 24 January 2021

शिक्षित लड़कियों से ही भारत का भविष्य उज्ज्वल होगा : पीयूष पण्डित

शिक्षित लड़कियों से ही भारत का भविष्य उज्ज्वल होगा :  पीयूष पण्डित

 राष्ट्रीय बालिका दिवस के सुभअवसर पर स्वर्ण भारत परिवार देश की मेधावी ग्यारह बालिकाओं को राष्ट्र पुत्री सम्मान के तहत 11 हज़ार रुपये की छात्रवृत्ति हेतु आवेदन आमंत्रित किया जा रहा है । 

भारत में लड़कियों की साक्षरता दर, उनके साथ भेदभाव, कन्या भ्रूण हत्या एक बड़ा मसला है. साक्षरता दर भी एशिया में सबसे कम है. एक सर्वे के अनुसार, भारत में 42 फीसदी लड़कियों को दिन में एक घंटे से कम समय मोबाइल फोन इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है । भारत में लड़कियों की साक्षरता दर, उनके साथ भेदभाव, कन्या भ्रूण हत्या एक बड़ा मसला है. कन्या भ्रूण हत्या की वजह से लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या कम है. साक्षरता दर भी एशिया में सबसे कम है. एक सर्वे के अनुसार, भारत में 42 फीसदी लड़कियों को दिन में एक घंटे से कम समय मोबाइल फोन इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है. अधिकांश अभिभावकों को यह लगता है कि मोबाइल फोन 'असुरक्षित' है और ये उनका ध्यान भंग करते हैं.

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार प्रदेश में जन्म के समय लिंगानुपात एक हजार बालक पर 927 बालिका है, 15-49 साल की महिलाओं में शिक्षा का स्तर 59 दशमलव चार (59.4) फीसदी और एनीमिया साढ़े 52 फीसदी है. किशोरावस्था के समय यह जरूरी है कि उनकी जीवन-शैली और सपनों को सही ज्ञान और व्यवहारिक रूप दिया जाए ।

Monday 18 January 2021

रिपब्लिक इंडिया (भारतीय गणतंत्र)सम्मान 2021 में आवेदन आमंत्रित

Republic India Honour 2021
भारतीय गणतंत्र सम्मान 2021


तीन रंग का वस्त्र नहीं,ये ध्वज देश की शान है।
हर भारतीय के दिल की यही तो स्वाभिमान है।।
 यही गंगा,यही हिमालय यही हिन्द की जान है।
तीन रंगों में रंग हुआ ये अपना हिंदुस्तान है।।

यूनाइटेड नेशन , यूनेस्को, यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के बाद नेशनल इंस्टिट्यूशन फ़ॉर ट्रांसफोर्मिंग ऑफ इंडिया (नीति आयोग भारत सरकार ) के साथ वोलन्ट्री पार्टनशिप* रखने वाले अंतराष्ट्रीय ट्रस्ट , स्वर्ण भारत परिवार अंतराष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत विश्व के समक्ष विभिन्न क्षेत्रों में【शिक्षा,सामाजिक,बाल कल्याण,महिला,उत्थान,खेलकूद, फ़िल्म,मीडिया, राजनीति,युवाकल्याण,प्रकृति संरक्षण,वन्यजीव कल्याण व सेवानीति】 के किसी भी प्रकल्प में अपनी सेवा दे रहे राष्ट्र के 101 विशेष व्यक्तियों को 
गणतंत्र दिवस के महान दिवस पर गौरवशाली व्यक्तित्व को सम्मानित करने जा रहा है । 

दिनांक 26 जनवरी 2021

यह प्रेरणा आप के सहयोग साथ, और विश्वास से ही सम्भव हो पाई है । स्वर्ण भारत के इस विशेष आयोजन में आप भी अपना नामांकन के लिए सम्मान आमन्त्रित किये जाते हैं।
 रिपब्लिक इंडिया (भारतीय गणतंत्र)सम्मान2021 को प्राप्त कर सकते हैं ।

Monday 11 January 2021

स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्रीय कम्बल वितरण योजना राजस्थान

https://youtu.be/Y5L0Wz_uJYo

टीम राजस्थान 
‘स्वर्ण भारत परिवार द्वारा कंबल वितरण’

स्वर्ण भारत परिवार द्वारा चल रही राष्ट्रीय कंबल वितरण योजना के तहत राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष पूनम खंगारोत व शताब्दी अवस्थी अध्यक्ष दिव्याँग कल्याण बोर्ड द्वारा 10 जनवरी को ज़रूरतमंद लोगों जो भीषण सर्दी की मार झेल रहे हैं ,उनको कंबल वितरित किये गये।सर्दी से ठिठुरते लोगों को कंबल मिलने पर उनके चेहरों पर सुकुन सा देखने को मिला।सर्दी में राहत मिल गई।


कार्यक्रम में पद्म श्री गुलाबो सपेरा जी,समाज सेविका चंचल धीमन जी,राजेश्वरी सिंह आदि मौजुद रहे।

स्वर्ण भारत परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयुष पंडित ने बताया राष्ट्रीय कंबल वितरण योजना 15 दिसम्बर से -31जनवरी तक देश भर ने चलाई जा रही है जिससे अधिक से अधिक व्यक्तियों को इसका लाभ मिल सके।’ठिठुरन में उम्मीदों की रोशनी ‘पहुँचा रहा है स्वर्ण भारत परिवार।स्वर्ण भारत परिवार सेवानीति के कार्यों में सदा बढ़-चढ़कर आगे रहता है। गत 15 दिसम्बर से अब तक क़रीब 5 लाख वस्त्र वितरित किये जा चुके हैं।राजस्थान में दो हिस्सों कंबल वितरण किया जाएगा।

Sunday 10 January 2021

जिद और जुनून अगर नेक कार्य के लिए हों तो सफलता निश्चित है : स्वर्ण भारत परिवार

कम्बल नही हम खुशियां बांट रहे हैं आप भी शमिल हो हमारे इस पवित्र कार्यक्रम में : पीयूष पण्डित 


मथुरा : स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्रीय कम्बल वितरण योजना 2021 के तहत पुनः मथुरा नगरी में कैम्प लगा कर सौ से अधिक परिवार को कम्बल वितरित किया गया, जिसमे पूरा सहयोग दयालु हॉस्पिटल की मुखिया डॉ सीमा मिश्र व जिला अस्पताल सर्जन विकास मिश्र जी ने किया , इस मौके पर हर बार की तरह स्वर्ण भारत परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पण्डित दिल्ली से टीम सहित उपस्थित हुए, मीडिया से उनके बातचीत के कुछ अंश हम प्रकाशित कर रहे हैं 

प्रश्न : स्वागत है पीयूष जी आपका मथुरा में कैसा लगा आपको यहां आकर
उत्तर : मथुरा और वृंदावन भारत वर्ष का एक पवित्र जिला है यही भगवान कृष्ण का घर यही से हमे प्रेम भक्ति और शक्ति के आचरण का परम ज्ञान प्राप्त होता है ,व्यक्तिगत रूप से मथुरा मुझे बहुत पसंद है  हर गली में मन्दिर और राधे राधे का संगीत मन को बहुत शांति देता है हालांकि कम शब्दों में यहां मथुरा की महत्ता को बोल पाना सम्भव नही बस ये समझिए ,प्रेम और ज्ञान की असीम परम्परा को यहां करीब से जाना देखा और समझा जा सकता है।


प्रश्न : आज पूरे देश मे करीब 22 राज्यों में आपके ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय कम्बल वितरण योजना चल रही है, यह कैसे संभव हुआ और इसकी प्रेरणा कहाँ से मिली 
उत्तर : कम्बल नही साहब हम खुशियां बाट रहें हैं, जिन जरूरमंद लोगो को कम्बल मिलता है उनके घर मे खुशियां आती हैं,हर नेक कार्य सफल होता है इस सूक्ति से हम आगे बढ़ रहे हैं जो आज हम 22 राज्यों तक पहुंच चुके हैं उम्मीद है अगले वर्ष हम पूरे भारत मे खुशियां बाटते हुए नज़र आएंगे।प्रेरणा कोई विशेष व्यक्ति नही बल्कि मन की पीड़ा है कि देश कितना भी प्रगति क्यों न कर ले पर भारत मे रेलवे स्टेशन हो बस स्टैंड हो या कोई भी गली मुहल्ला आपको ठंड से ठिठुरते हुए बच्चे बुजुर्ग देखने को मिल जाएंगे बस यही पीड़ा राष्ट्रीय कम्बल वितरण योजना में तब्दील हुई और 1 लाख लोगों के चेहरों पर खुशियां हम ला चुके हैं ।


प्रश्न : हर एक सामाजिक कार्य धन की आवश्यकता होती है हर साल इस कार्यक्रम में कितना ख़र्च आता है और कहां से आपको  आर्थिक सहयोग प्राप्त होता है ?

उत्तर : खर्च क्या है सब कृष्ण वासुदेव और राधे रानी की कृपा है सब उन्ही की छत्रछाया में चल रहा है, जब हम निश्वार्थ भाव से किसी भी प्रोजेक्ट में लग जाते हैं तो ईश्वर उसे सफल बनाने में हमारी मदद करता है, आर्थिक अनुदान सरकार से प्राप्त नही है स्वर्ण भारत परिवार में दस लाख से अधिक सदस्य हैं सबसे एक एक कम्बल का आर्थिक सहयोग मांग लेता हूँ और जरूरतमंदों तक पहुंच जाता है, बाकी बहुत से धनकुबेर, सामाजिक चिंतन करने वाले व्यक्ति है जो हमे दान देते रहते हैं और हम खुशियां बाटते हुए आपके मध्य खड़े हैं ।

प्रश्न : स्वर्ण भारत परिवार की सेवानीति के बारे में संक्षिप्त रूप में बताएं 

उत्तर : सेवानीति ही स्वर्ण भारत परिवार का मूलमंत्र और संविधान हैं हर जरूरतमंद तक हमारा पहुंचना संकल्प है , बिना जाति धर्म पूछे जरूरत के अनुसार मदद और ज्ञान, सम्मान, सुरक्षा , एकता का विस्तार अनवरत चलना ही सेवानीति है ।


प्रश्न ; मथुरा जिले के लिए क्या क्या योजनाएं है आपके ट्रस्ट के माध्यम से 

उत्तर : मथुरा कृषि और भक्ति प्रेम के मंदिरों का जिला है , किन्तु यहां भी बेरोजगारी , अशिक्षा,गरीबी,और सुविधाओं की कमी हर गली मुहल्लों में दिखती है इन्हीं को नज़र रखते हुए बच्चो के लिए चिल्ड्रन वेलफेयर सोसाइटी के माध्यम से गरीब बच्चो को निशुल्क शिक्षा, स्वास्थ्य बेहतर हो जरूरतमंद लोगों की हेल्थ बेहतर हो दयालु हॉस्पिटल दिन रात सेवानीति में लगे हैं जहां प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का इलाज मुफ्त होता है, जल्द ही हम बेगर फ्री मथुरा की कल्पना कर रहे हैं जिससे विदेशी शैलानियों के बीच भारत की छवि और बेहतर हो ।


प्रश्न : चिल्ड्रेन वेलफेयर सोसाइटी और दयालु हॉस्पिटल किस तरह से सेवानीति में आपके साथ जुड़ा है 
उत्तर : जैसा मैं ऊपर बता चुका हूं कि हम शिक्षा स्वास्थ्य को लेकर संकल्पित है उसी कड़ी में हॉस्पिटल का विस्तार और स्कूल का विस्तार निश्वार्थ रूप से किया जा रहा है । जहां धन की मांग नही बल्कि सेवा ही हमारी फीस है इस भाव से हम जुड़े हैं , सेवानीति ही वो कड़ी है जो हमे जोड़कर रखती है ।

प्रश्न : युवाओं के लिए आप रोल मॉडल है बहुत से युवा आपसे प्रेरणा लेते हैं उनके लिए क्या संदेश है


उत्तर : मुझे नही लगता कि अभी मैं बहुत लोगो के लिए प्रेरणा हूँ, पर हमारे द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का विस्तार हमारे सेवानीति के कांसेप्ट को कोई भी पूरा करता है तो हमे जरूर गर्व होता है कि हम अपने उद्देश्यों में सफल हो रहे हैं , युवाओं को बस यही संदेश की आपके आस पास भी जरूरतमंद है उनकी मदद करें व औरों से कराएं आप स्वयं अपने रोल मॉडल बने , और जब स्वयं को स्वयं का आदर्श मानना है तो हर दिन स्वयं को स्वयं से बेहतर बनाने की आदत डालें, और मजबूत बनते ही सेवानीति को अपनी हॉबी बना लें देश स्वर्ण भारत बन जायेगा,और आप देश के एक प्रतिश्ठित नागरिक भी ।

प्रश्न : स्वर्ण भारत परिवार की उम्मीदों की रोशनी कार्यक्रम की चर्चा है,  क्या है यह ? क्या उद्देश्य और कौन है प्रेरणा


उत्तर : उम्मीदों की रोशनी का मतलब जरूतमन्द चेहरों पर मुस्कान लाना है उनकी उम्मीदों को पूर्ण करना, उनको शिक्षित बनाना, सफल बनाना, और देश के प्रति उनको जागरूक करना, आज जो वंचित है उन्हें  मुख्य धारा में लाना है, कई सुविधाएं शामिल हैं इसमे जैसे दिव्यांग बच्चो के स्कूल को सहयोग, अनाथ बच्चो को शिक्षा, जरूरतमंदों को हर सम्भव मदद आदि, आगामी 8 अगस्त को हम राष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग बच्चो का एक अनूठा कार्यक्रम करेंगे जिसमे देश के हर राज्य से बच्चे अपने हुनर कौशल और ज्ञान का प्रदर्शन करेंगे जिसमे से 50 बच्चो को रोशनी लाल स्कोलरशिप योजना के तहत आजीवन शिक्षा धन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है । इस कार्यक्रम की प्रेरणा स्वर्ण भारत परिवार की अंतराष्ट्रीय ट्रस्टी आदरणीय रोशनी लाल जी हैं जिन्हीने अपने जीवन की हज़ार दिक्कतों के बाद भी आज एक मुकाम हासिल किया है, हेल्थ चैलेंज हो या मानसिक या फिर आर्थिक इंसान जब ये ठान ले कि अभी जीना है और दूसरों को मदद करना है तो वो निश्चित ही सफल होता है , उन्ही के जीवन पर आधारित यह कार्यक्रम है और हमारी टीम इस कार्यक्रम को अंतराष्ट्रीय और सफल बनाने में अभी से लगी है ।