Friday 30 October 2020

वैश्विक स्तर पर पब्लिक फिगर टाइटल 2020 के अंतर्गत शिक्षा,साहित्य,सामाजिक व अन्य क्षेत्रों के लिए सम्मान समारोह की 11नवम्बर तिथि सुनिश्चित

कोरोना काल में जहाँ सम्पूर्ण विश्व सहित  मानव जीवन को आर्थिक व मानसिक द्वंद में ला खड़ा किया है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे व्यक्तित्व भी हैं जो आम जनमानस के अपने कल्याण कार्यों सहित राष्ट्र हित कार्यो से प्रेरणा स्रोत बन जीवन मे एक नई आस जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका में सामने आते रहे हैं।
कुछ इस प्रकार के अनूठे व्यक्तित्व को वैश्विक पटल पर उनके उच्च विचारों को साझा करने व उन्हें सम्मान देने की उद्देश्य से पब्लिक फिगर व नेक्स्ट जेन अवार्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में अवार्ड की घोषणा की।जिसके अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्यो हेतु महिला शिक्षक वर्ग में *सावित्री ज्योतिराव फुले शिक्षा सम्मान2020* व  पुरुष शिक्षक वर्ग के अंतर्गत *मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा रत्न सम्मान2020* देना सुनिश्चित किया गया।
विदित हो सावित्री बाई ज्योतिराव फुले को भारत की पहली महिला शिक्षक के रूप में जाना जाता है वहीं मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को राष्ट्रीय शिक्षा नीति का संस्थापक माना जाता है।स्वतन्त्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म १८१८ में हुआ था।अतः उनके जन्मदिन पर प्रत्येक वर्ष ११नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वही दूसरी ओर साहित्य जगत
में नई दिशा व नई सोच को जाग्रत करने वाले साहित्यकारों लेखकों को *भारतेन्दु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय साहित्य सम्मान2020* से सम्मानित किया जाएगा।सामाजिक जागरूकता अभियान के अन्तर्गत कुरीतियों को मिटाकर अपने म्रदु स्वभाव व सकारात्मक सोच से समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है जिसके लिए उन्हें *लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय सम्मान२0२0* देने का निश्चय किया गया है।
इसके साथ ही खेल,मीडिया,मनोरंजन आदि क्षेत्रों में अपनी मिसाल कायम करने वाले भारतीय व गैर भारतीय महानुभवों को *पब्लिक फिगर२०२०* सम्मान  से अलंकृत किया जाएगा।

समस्त कार्यक्रम चेरिटेबल होगा जिसमें देश-विदेश के स्पीकर वक्ता अपनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार रखेंगे।
वैश्विक स्तर पर शिक्षा में समानता व संभावना हेतु प्रयासों के  विभिन्न पहलुओं पर विमर्श करने का प्रस्ताव है।

सम्पूर्ण कार्यक्रम ११नवम्बर को मध्यान्ह1 बजे से 4 बजे तक ज़ूम एप्प द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रॉडकास्ट किया जाएगा।
समारोह द्वारा एकत्रित दान की समस्त धनराशि को हेल्प इंडिया हेल्प फाउंडेशन व स्वर्ण भारत परिवार की सेवा नीति परियोजना को सौंपा जाएगा।
*राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराने वाली एकमात्र संस्था स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्र हित हेतु अपनी कर्मठता से आधुनिक भारत के प्रत्येक वर्ग के हित के लिए  प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सकारात्मक सोच के साथ निरन्तर अग्रसर है*।

Thursday 29 October 2020

शिक्षा का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान आधुनिक शिक्षा नीति का वैश्विक मान

नेक्स्ट जेन की एक सकारात्मक सोच


कोरोना काल में जहाँ सम्पूर्ण विश्व सहित मानव जीवन को आर्थिक व मानसिक द्वंद में ला खड़ा किया है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे व्यक्तित्व भी हैं जो आम जनमानस के अपने कल्याण कार्यों सहित राष्ट्र हित कार्यो से प्रेरणा स्रोत बन जीवन मे एक नई आस जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका में सामने आते रहे हैं।
कुछ इस प्रकार के अनूठे व्यक्तित्व को वैश्विक पटल पर उनके उच्च विचारों को साझा करने व उन्हें सम्मान देने की उद्देश्य से पब्लिक फिगर व नेक्स्ट जेन अवार्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में अवार्ड की घोषणा की।जिसके अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्यो हेतु महिला शिक्षक वर्ग में सावित्री ज्योतिराव फुले शिक्षा सम्मान 2020 व पुरुष शिक्षक वर्ग के अंतर्गत मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा रत्न सम्मान 2020 देना सुनिश्चित किया गया।
विदित हो सावित्री बाई ज्योतिराव फुले को भारत की पहली महिला शिक्षक के रूप में जाना जाता है वहीं मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को राष्ट्रीय शिक्षा नीति का संस्थापक माना जाता है।स्वतन्त्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म १८१८ में हुआ था।अतः उनके जन्मदिन पर प्रत्येक वर्ष ११नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वही दूसरी ओर साहित्य जगत
में नई दिशा व नई सोच को जाग्रत करने वाले साहित्यकारों लेखकों को भारतेन्दु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय साहित्य सम्मान 2020 से सम्मानित किया जाएगा। सामाजिक जागरूकता अभियान के अन्तर्गत कुरीतियों को मिटाकर अपने म्रदु स्वभाव व सकारात्मक सोच से समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है जिसके लिए उन्हें लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय सम्मान २0२0 देने का निश्चय किया गया है।
इसके साथ ही खेल,मीडिया,मनोरंजन आदि क्षेत्रों में अपनी मिसाल कायम करने वाले भारतीय व गैर भारतीय महानुभवों को पब्लिक फिगर२०२० सम्मान से अलंकृत किया जाएगा।

समस्त कार्यक्रम चेरिटेबल होगा जिसमें देश-विदेश के स्पीकर वक्ता अपनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार रखेंगे।
वैश्विक स्तर पर शिक्षा में समानता व संभावना हेतु प्रयासों के विभिन्न पहलुओं पर विमर्श करने का प्रस्ताव है।

सम्पूर्ण कार्यक्रम ११नवम्बर को मध्यान्ह1 बजे से 4 बजे तक ज़ूम एप्प द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रॉडकास्ट किया जाएगा।
समारोह द्वारा एकत्रित दान की समस्त धनराशि को हेल्प इंडिया हेल्प फाउंडेशन व स्वर्ण भारत परिवार की सेवा नीति परियोजना को सौंपा जाएगा।
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराने वाली एकमात्र संस्था स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्र हित हेतु अपनी कर्मठता से आधुनिक भारत के प्रत्येक वर्ग के हित के लिए प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सकारात्मक सोच के साथ निरन्तर अग्रसर है

Sunday 25 October 2020

वैश्विक शांति और समानता के लिए काम कर रहा है संयुक्त राष्ट्र: पीयूष पण्डित

स्वर्ण भारत परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यूनाइटेड नेशंस डे पर विश्व के सभी देशों के युवाओं को शुभकानाएँ दी ।


द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया को तीसरे महायुद्ध के दंश से बचाने और वैश्विक शांति को कायम करने के लिए एक संगठन की स्थापना का विचार रखा गया। इस दिशा में किए गए प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र की स्थापना का विचार मूर्त रूप ले पाया।

संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र को तैयार किया गया और इसे 24 अक्तूबर 1945 को लागू किया गया। इस तरह 24 अक्तूबर को प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ है। इस उपलब्धि को मनाने के लिए सदस्य देशों ने 21 सितंबर को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया था, जहां उन्होंने बहुपक्षवाद के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

24 अक्तूबर को एक ऐतिहासिक दिन के रूप में देखा जाता है, जब दुनिया के कुछ सबसे बड़े देशों द्वारा घोषणापत्र के अनुसमर्थन के बाद संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक रूप से अस्तित्व में आया। संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र इस महान गैर-पक्षपातपूर्ण संस्था का संस्थापक दस्तावेज है जो वैश्विक शांति और समानता के लिए काम कर रहा है।

द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी। यह भविष्य में युद्धों को रोकने के उद्देश्य से स्थापित किया गया। यह एक अंतरसरकारी संगठन है जिसकी प्राथमिक भूमिका विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। पिछले 75 सालों में दुनिया को तीसरे महायुद्ध से बचाकर इसने अपनी विश्वसनीयता साबित की है।

Friday 23 October 2020

स्वर्ण भारत परिवार कम्पेन अगेंस्ट एसिड अटैक की ब्रांड एम्बेसडर बनी उर्मिला देवी

दिल्ली : भारत के सबसे युवा सामाजिक ट्रस्ट स्वर्ण  भारत परिवार ने  नेक्सट जेन अवार्ड्स के साथ मिलकर एसिड अटैक के बारे में जागरूकता फैलाने की पहल शुरू की है। बीते माह वेलेंटाइन डे से शुरू होने वाला यह अभियान अब सालों साल तक चलेगा। चित्रों और सच्ची कहानियों की एक श्रृंखला के माध्यम से, कंपेन अगेंस्ट एसिड अटैक के हैश टैग  लांच किया इस मौके पर यूनाइटेड नेशन सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट गोल्स से प्रेरित होकर स्वर्ण भारत ने अपना *ब्रांड एम्बेसडर उर्मिला देवी को घोषित* किया साथ इस अभियान का उद्देश्य यह संदेश फैलाना है कि कोई भी चीज व्यक्ति की भावना और प्यार में उनके विश्वास को नहीं तोड़ सकती है। नेक्स्ट जेन कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर इस कंपेन के लिए लोगो से दान की अपील की है ।
मीडिया को संबोधित करते हुए, स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट के फाउंडर, पीयूष पण्डित ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों से एसिड अटैक से बची युवतियों के साथ काम करने, उनके साथ काम करने, उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताने पर मैंने जाना कि जीवन के प्रति इन युवतियों का उत्साह और आशा बरकरार थी। मैं यह जानने के लिए उत्सुक था कि वे इतनी ताकत कहां से प्राप्त करती हैं और जो चीज उन सभी की कहानियों में कॉमन दिखाई दी, वह है उनके जीवन में विभिन्न लोगों से उन्हें मिला बिना शर्त प्यार। मैं इन अद्भुत कहानियों को साझा करने और उनके साहस को सलाम करने के लिए उत्सुक था और तभी इस कंपेन का विचार मन में आया। मेरा मानना है कि हमारे समाज में लोगों को स्वीकार करने और उन्हें देखने को लेकर सोच में बड़ा बदलाव लाने की जरूरत है और हम सभी के लिए उन्हें गले लगाना और यह एहसास दिलाना जरूरी है कि सुंदरता सिर्फ त्वचा की गहराई तक नहीं होती है। कंपनी नेक्स्ट जेन  के साथ हमारे अनूठे सहयोग के माध्यम से यह संभव हो सका। यह सहयोग इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे प्यार सब कुछ जीत सकता है और यह कि सुंदर शब्द सिर्फ एक सुंदर चेहरे और संपूर्ण शरीर से बहुत बढ़कर है। हमें कंपनी के साथ जुड़ने और उसके प्रयासों का हिस्सा बनने पर बेहद खुशी और गर्व है।'

Wednesday 21 October 2020

सेवानीति मध्यप्रदेश स्वर्ण भारत परिवार

स्वर्ण भारत परिवार द्वार अनाथ वह गरीब निर्धन बच्चों को रहने खाने पहनने व शिक्षा की व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है शिक्षण व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्वर्ण भारत परिवार द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है इस समाज सेवा कार्य मैं स्वर्ण भारत परिवार के पदाधिकारियों सहित रेलवे के स्पेशल मजिस्ट्रेट प्रकाश सिंह उईके सहित मध्य प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण की सेक्रेटरी श्रीमती गिरिबाला सिंह जी को मोमेंटो द्वारा सम्मानित किया गया पुष्पा द्विवेदी, सहित जय जिनेंद्र समिति के   मयूर संघवी  सोशल वर्कर  गौतम बोथरा, प्रीति सिंह सदस्य गण की उपस्थिति में बच्चों ने पेंटिंग बनाकर अतिथियों को गिफ्ट किया यही नहीं बच्चों द्वारा ग्रहण की जा रही प्राप्त शिक्षा से संबंधित अतिथियो को बच्चों ने जानकारी भी दी।

इस दौरान अतिथियों द्वारा बच्चों को वस्त्र फल सहित अन्य सामग्रियां वितरित की गई।

स्वर्ण भारत , स्वर्ण भारत है।
हर दर्द में,हर जख्म में मरहम की है तरह ।।
यहाँ मान है सम्मान है , हर वक्त हम तैयार हैं।

सेवानीति परमो धर्म

Monday 19 October 2020

गोल्डन बुक ऑफ अर्थ का अंतराष्ट्रीय स्तर पर भव्य विमोचन

20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों सहित पृथ्वी के 101 मोस्ट इंस्पायरिंग लोगों की जीवनी हुई प्रकाशित

स्वर्ण भारत  परिवार व प्रूडेंट पेन्स के संयुक्त तत्वावधान मे हुआ आयोजन
स्वर्ण भारत ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि क्यो स्वर्ण भारत परिवार को  देश दुनिया मे सबसे नवीन कार्य करने के लिए जाना जाता रहा है, स्वर्ण भारत परिवार ग्लोबल ने प्रूडेंट पेन्स के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्डन बुक ऑफ अर्थ का भव्य विमोचन किया। जिसमे अमेरिका,भारत ऑस्ट्रलिया, रूस, इंगलैंड, घाना, इंडोनेशिया, श्रीलंका आदि 20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों सहित वैश्विक स्तर के 81 ऐसे लोग, जिन्हीने विषम परिस्थितियो से लड़कर खुद को साबित किया है, उन महान व्यक्तियों की जीवनी को गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ में शामिल किया गया है, इस तरह ये 101 लोग पृथ्वी क सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले लोग बन जाते हैं यानि की मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑफ द अर्थ । ज्ञात हो की मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑफ अर्थ वैबसाइट का विमोचन स्वर्ण भारत परिवार द्वारा पहले ही किया जा चुका है।

पुस्तक के बारे मे मीडिया को संबोधित करते हुए स्वर्ण भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पीयूष पंडित ने बताया के इस बुक में विषम परिस्थियों मे प्रेरणादायक  कार्य करने वाले लोगो की कहानियाँ हैं  जो आपको झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूर्ण करती नज़र आ रही है "गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड"। साथ ही इस पुस्तक की खासियत ये है के इसमे करीब 20 देशों के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री की जीवनगाथा को स्थान मिला है जिसमे ऑस्ट्रलिया, अमेरिका,रूस, इंगलैंड, घाना, इंडोनेशिया,सहित अन्य कई देशों के प्रमुखों की जीवन गाथा को लिखा गया है ,भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अनूठी आत्मकथा को नए तरीके से पेश करती है गोल्डन बुक । साथ ही इस मे भारत सरकार के कुछ मंत्रियों को विशेष रूप से शामिल किया गया है, पीयूष पण्डित ने कहा कि बहुत से अनूठे उदाहरण पेश करने वाले आम व्यक्तियों को उनके द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयोगों जिससे मानवता का विकास व आम नागरिकों के जीवन मे बदलाव आया है उसे चित्रित किया गया है। ऑनलाइन लॉंच करने के साथ ही बुक जल्द ही इंटरनेशनल बुक सेलर अमेज़ॉन की वेबसाइट पर किंडल वर्जन के साथ प्रिंट वर्जन में जारी की जाएगी । वेब साइट मॉडल को तैयार कर रही कंपनी जेम्स इंफोटेक ने बताया की द इंस्पारिग पीपल डॉट कॉम की वेबसाइट पर सभी चयनित विशेषज्ञों की जीवनी जारी करने के लिए युद्घस्तर पर कार्य चल रहा है ।

गोल्डन बुक ऑफ अर्थ का विमोचन ज़ूम एप के माध्यम से किया गया , ऑनलाइन किए गए इस कार्यक्रम के दौरान शामिल किए गए व्यक्तियों ने अपनी प्रेरक कहानियो को अपने शब्दो मे सुनाया और बताया के किस तरह उन्होने कभी खुद , से कभी परिवार से , कभी समाज से तो कभी परिस्थितियो से लड़ते हुए अपने आप को साबित किया तथा अपने नाम देश विदेश मे स्थापित किया । स्वर्ण भारत परिवार के अथक प्रयास से अन्तराष्ट्रीय बुक एजेंसी द्वारा भारतीय मूल के विशेष व्यक्तियों की जीवनी लिखने व ग्लोबल बुक ऑफ द अर्थ में शामिल करने मे सफल रहा है । प्रूडेंट पेन्स ने बहुत ही कलात्मक अंदाज मे सभी की जीवनियों को शब्दो मे पिरोया है। समारोह के प्रारम्भ ने मे पीयूष पण्डित के अध्यात्म गुरुजी श्री आनंद गिरि जी महाराज ने स्वर्ण भारत के  के कार्यो की सराहना की और अपना आशीर्वाद संस्था को प्रदान किया, स्वामी श्री दण्डी जी महाराज ने विडियो के माध्यम से कार्यक्रम के सफल आयोजन की कामना की । पानबाई इंटर नॅशनल स्कूल मुंबई की प्रिंसिपल प्रतिभा मिश्रा ने वेबिनार को मूर्तरूप देने मे महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । दिशा फ़ाउंडेशन की चेयरपर्सन वंदना शुक्ला ने हमेशा की तरह स्वर्ण भारत के कार्यों की सराहना की और भविष्य मे साथ काम करने की इच्छा जाहिर की। स्वर्ण भारत ग्लोबल की पीस एम्बेस्डर थेरेसा एग्यमंग ने वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले प्रयासो की चर्चा की। नारायणपुर कृषि विश्वविद्यालय एवं रिसर्च सेंटर की डीन रत्ना नशिने , राधा वाल्मीकि एवं रेणुका यादव ने स्वर्ण भारत एवं पीयूष पंडित के कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा की।
कार्यक्रम के दौराम स्पीकर  MSME चेम्बर ऑफ कॉमर्स के चेयरमेन इंद्रजीत घोष जी ने युवाओ के लिए रोजगार के विस्तृत अवसरो पर चर्चा करी, जितेंद्र मणि त्रिपाठी जी ने वैदिक काल के स्वर्णिम युग एवं वर्तमान मे वैदिक संस्कृति को अपनाने की आवश्यक्ता पर ज़ोर दिया, साथ ही युवाओ को जुर्म से दूर रहने के लिए चेताया। पूर्व सेशन जज उदय चंद बारूपल जी ने विश्व शांति का संदेश दिया और युवा कौशल पर अपने विचार व्यक्त किए । कौन बनेगा करोड़पति विनर एवं अंतर्राष्ट्रीय पैरा एथलीट शताब्दी अवस्थी ने अपने जीवन संघर्ष के बारे मे बताते हुए मानसिक तनाव को किस तरह दूर किया जाए इस पर अपने विचारो को व्यक्त किया। यास्मिन बेग़म ने शिक्षा की आवश्यकता पर ज़ोर दिया तथा बताया की शिक्षा के माध्यम से समाज से कई बुराइया दूर की जा सकती हैं। कंचन शर्मा ने समाज मे दिब्यअंगो की स्थिति एव उनके उत्थान के लिए किए जाने वाले कार्यो की चर्चा की । कार्यक्रम के दौरान संस्था की कीनोट स्पीकर डा. मोनिका कौशल ने दुबई से महिलाओ एवं बच्चो के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओ पर चर्चा की, डा .क्रुति वजीर जो की एक सफल आंतप्रेनयोर हैं ने वर्तमान कोरोना महामारी के समय व्यवसाय  के अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए,पूनम खंगारोत जी ने राजस्थान मे महिला उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यो पर चर्चा की, विश्वनाथ पाणिग्रही जी ने वर्तमान समाज मे वृद्धो की स्थिति पर चर्चा करते हुए उन्हे एक सम्मान पूर्वक जीवन देने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। एजीप्ट से नाड़ा नाबिल ने बताया कि किस तरह स्वर्ण भारत एजीप्ट मे अपने आप को स्थापित कर निरंतर आगे बढ़ रहा है, ओस्ट्रेलिया से स्वर्ण भारत के प्रतिनिधि वेद तिवारी ने ऑस्ट्रेलिया मे स्वर्ण भारत द्वारा किए जा रहे कार्यो कि विस्तार से चर्चा की । प्रूडेंट पेन्स की संस्थापक प्रूडेंस ओन्नाह ने गोल्डेन बुक को जारी करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया की किस तरह से लोगों की प्रेरणादायक कहानियो ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है साथ ही उन्होने जाना कि किस तरह भारत के लोग समस्याओ का सामना मजबूती से करते हैं। स्वर्ण भारत परिवार ग्लोबल की ट्रस्टी श्रीमति रोशनी लाल जी ने स्वर्ण भारत परिवार के विश्वव्यापी वर्तमान और आगामी कार्यक्रमों कि रूपरेखा को सभी के सामने विस्तार पूर्वक रखा, स्वर्ण भारत (महिला) कि अध्यक्षा अंजु पंडित ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को आगे लेकर जाना वर्तमान समय मे बहुत जरूरी है, पूनम मदान ने लड़कियो के साथ हो रही छेड़छाड़ को रोकने के लिए लड़को को सही तरीके से शिक्षित करने और लड़कियों को आत्मनिर्भर और सशक्त होने पर ज़ोर दिया। एक सफल आंतप्रेनयोर होने के नाते दीपा माथुर ने व्यवसाय मे महिलाओ कि कमजोर स्थिति के बारे मे बताया साथ ही उन माध्यमों से अवगत कराया जिनके द्वारा महिलाये व्यवसाय के क्षेत्र मे भी अपना नाम कमा सकती हैं।डॉ वंशीधर तातेर ने अपनी ओजस्वी कविता के जरिये स्वर्ण भारत को सुभाशीर्वाद दिया।ऐंकरिंग कर रही टीम में अनिकेत भोषाल, रश्मि , स्वाति की प्रशंशा करते हुए पीयूष पण्डित ने उनको धन्यवाद दिया । कार्यक्रम के समापन में वोट ऑफ थैंक्स इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल प्रतिभा मिश्रा ने कार्यक्रम में भागीदारी करने वाले सभी व्यक्तियों को धन्यवाद किया।


Saturday 17 October 2020

न्यायविद बारुपाल पूर्व न्यायाधीश और वरिष्ठ समाजसेवी डॉ माल्या "गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ" मे नामित

वैश्विक स्तर पर 101 महान व्यक्तियों की जीवन शैली को मूर्तरूप देनें में लगा है "अन्तरराष्ट्रीय बुक एजेंसी प्रूडेन्ड पेन" जिसको दस देशों के लेखक लिखने में लगें है। भारत के विशेष कर्मयोगियों की गौरवशाली गाथा को विश्व स्तरीय लांचिग में स्वर्ण भारत परिवार, उदयकौशल फाउंडेशन और दिशा फाउन्डेशन पूर्ण मनोयोग से प्रयासरत है।
        "द मोस्ट इन्सपायरिग पीपल ऑफ अर्थ "  में न्यायविद उदयचन्द बारुपाल पूर्व न्यायाधीश एवं संस्थापक एव राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयकौशल फाउंडेशन एवं वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. दौलतराम माल्या समर्पन संस्था नामित हुऐ हैं।
               डॉ. दौलतराम माल्या
       उदयचन्द बारुपाल पूर्व न्यायाधीश 
उदयचन्द बारुपाल         पूर्व न्यायधीश बारुपाल को अन्तराष्ट्रीय बोर्ड कमेटी का सदस्य भी नामित किया गया है।
        बारुपाल व डॉ माल्या ने  सन्घर्ष कर जीवन में यह मुकाम हासिल किया हैं।

Friday 16 October 2020

गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ को विकिपिडिया की तर्ज पर किया जाएगा विकसित : स्वर्ण भारत

स्वर्ण भारत परिवार ग्लोबल ने खरीदा गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ का पेटेंट

 "गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ" में शामिल किये जायेंगे अंतराष्ट्रीय स्तर के रिकॉर्ड,बायोग्राफी ,और व्यक्तिगत खोज, रिकार्ड्स को भी शामिल किया जाएगा, रिसर्च करने वाले अपने रिसर्च पेपर भी पब्लिश कर सकते हैं,
पृथ्वी की स्वर्ण पुस्तक आपको अपने काम को जल्दी से साझा करने, समुदाय से प्रतिक्रिया प्राप्त करने और एक पत्रिका में समीक्षा से पहले अपनी पांडुलिपि में बदलाव करना शुरू करने देती है। आप अपने क्षेत्र की सफलताओं के बारे में भी जान सकते हैं और नई खोजों पर टिप्पणी कर सकते हैं।
अपने शोध को जल्दी साझा करें और समुदाय से प्रतिक्रिया प्राप्त करें
नवीनतम शोध पर पहुंचें और उभरते विज्ञान पर टिप्पणी करें।

ग्लोबल बुक ऑफ द अर्थ का मिशन स्टेटमेंट जारी:

सभी राष्ट्रीय और विश्व रिकॉर्ड बनाएं, संकलित करें, व्यवस्थित करें और संपादित करें
विश्व में रहने वाले सभी लोगों और विदेशों में रहने वाले भारतीय लोगों के लिए राष्ट्रीय और विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के अवसरों को बढ़ावा देना
मानवीय उत्कृष्टता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करें और सभी को अपने सर्वश्रेष्ठ के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करें इन्ही लक्ष्यों के साथ स्वर्ण भारत परिवार ने गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ पर अपना सम्पूर्ण दावेदारी हांसिल की , पीयूष पण्डित ने स्वर्ण भारत के साथ धरती की स्वर्ण पुस्तक जुड़ने से हम उत्साहित हैं। आइये नज़र डालें स्वर्ण भारत की आंतरिक कार्यशैली पर ।

स्वर्ण भारत ग्लोबल विश्व स्तर पर प्रसिद्ध संगठनों में से एक है जो दुनिया भर के लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास में काम करता है। अपने परोपकारी स्वभाव के कारण,स्वर्ण भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण के संरक्षण, कंप्यूटर शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, मानव अधिकारों, स्वरोजगार और युवा प्रेरणा के माध्यम से सतत विकास के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है, स्वर्ण भारत को अंतरराष्ट्रीय कैलिबर के साथ गुणवत्ता कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निकायों से बहुत प्रामाणिक मान्यता प्राप्त है। कंप्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने के पीछे का मकसद कंप्यूटर शिक्षा के अग्रिम तकनीकी पहलुओं में देश और विदेश के युवाओं को प्रेरित करना है। स्वर्ण भारत समानता के दर्शन और सेवानीति के माध्यम से दुनिया की प्रतिभा को बढ़ाने के अवसरों का अनुसरण करता है। जैसे-जैसे हम बढ़ते और पैमाने पर सफलताओं में पूर्ण दृश्यता प्रदान करते हैं, और कभी-कभी विफलताओं पर गर्व करते हैं। यह हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है क्योंकि हम कार्यों में एक समान लक्ष्य की ओर सहयोग करते हैं और काम करते हैं। हमें विश्वास है कि स्वर्ण भारत परिवार से जुड़े हर व्यक्ति सम्मान प्राप्त करता है, और यही कारण है कि सीखना और विकास हमारे लिए एक महत्वपूर्ण है। यह कर्मचारियों को काम के माहौल में सशक्त बनाता है जो अनुकूल है। हम विनम्रता के आधार पर आगे बढ़ते हैं और महत्वाकांक्षा से प्रेरित होते हैं। यह लगातार हमारे सर्वश्रेष्ठ होने पर जोर देता है, समाधानों पर ध्यान केंद्रित करता है, और हर दिन हमारी प्रतिभा, जुनून और कड़ी मेहनत के माध्यम से एक प्रभाव बनाने के लिए प्रेरित होता है।स्वर्ण भारत बेजोड़ दृष्टि, नवाचार और निष्पादन का अनुसरण करता है।आगामी वर्ष में विश्व के 195 देशों में सेवानीति का परचम लहराने के लिए हम वचनवद्ध हैं, हम नवाचार, तेज,और विनम्रता के वाहक हैं,ज्ञान सम्मान सुरक्षा एकता,हमारे स्तम्भ हैं,हम विज्ञानवाद और अध्यात्मवाद की अनूठी कड़ी हैं, हम वैश्विक हैं,हम निर्विरोध हैं,हम स्वर्ण भारत परिवार हैं,

Wednesday 14 October 2020

प्रूडेंट पेन्स और स्वर्ण भारत परिवार का संयुक्त संग्रह- विश्व की 101 प्रेरक आत्मकथाएं

"गोल्डन बुक ऑफ अर्थ" में शामिल हुए अंतराष्ट्रीय प्रेरक व्यक्तित्व

निर्धारित अवधि के एक दिन पूर्व 101 व्यक्तियों की सूची हुई पूरी

स्वर्ण भारत परिवार की व्यक्तित्व रिसर्च एवं डेवलपमेंट कौंसिल ने 50 भारतीयों की आत्मकथाएँ संग्रह कर इंटरनेशनल बुक पब्लिशिंग हाउस प्रूडेंट पेन्स को प्रेषित की प्रूडेंट पेन्स की राइटिंग कॉउन्सिल ने सभी भारतीयों की आत्मकथा को विश्वस्तरीय बनाने में जुट गई है, आने वाली 18 अक्टूबर को वर्चुवल वेबिनार ज़ूम एप्प से गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ का विमोचन किया जाएगा, वैश्विक चेंजमेकर की गौरवशाली गाथा, भारत के विशेष कर्म योगियों की कहानी को ग्लोबल लांचिंग करने के लिए स्वर्ण भारत परिवार ने अपने सहयोगियों संग शुरू की तैयारी , उदय कौशल फॉउंडेशन, दिशा फॉउंडेशन ने भारतीयों की आत्मकथाएं प्रस्तुत की हैं ।
 द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑन अर्थ टाइटल वेबसाइट लांच की जा चुकी है, कहानियों में विषम परिस्थियों  प्रेरणादायक  कार्य करने वाले लोगो की कहानियाँ हैं  जो आपको झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूर्ण करती नज़र आ रही है "गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड"

भारतीय प्रधानमंत्री की अनूठी आत्मकथा को नए तरीके से पेश की गई है करीब 40 देशों के राष्ट्रपति य प्रधानमंत्री की जीवनगाथा को स्थान मिला है जिसमे ऑस्ट्रलिया, अमेरिका,रूस, इंगलैंड, घाना, इंडोनेशिया,सहित अन्य कई देशों के प्रमुखों की जीवन गाथा को लिखा गया है , भारत सरकार के कुछ मंत्रियों को विशेष रूप से शामिल किया गया है, पीयूष पण्डित ने कहा कि बहुत से अनूठे उदाहरण पेश करने वाले आम व्यक्तियों को उनके द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयोगों जिससे मानवता का विकास व आम नागरिकों के जीवन मे बदलाव आया है उसे चित्रित किया गया है । बुक जल्द ही इंटरनेशनल बुक सेलर अमेज़ॉन की वेबसाइट पर किंडल वर्जन के साथ प्रिंट वर्जन में जारी की जाएगी । वेब मॉडल तैयार कर रही कंपनी जेम्स इंफोटेक ने द इंस्पारिग पीपल डॉट कॉम की वेबसाइट पर सभी चयनित विशेषज्ञों की जीवनी जारी करने की बात कही है।

गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ में 50 देशों के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के साथ विश्व के 51 विशिष्ट व्यक्तियों की जीवनी शामिल

18 अक्टूबर को ज़ूम एप्प पर होगा वेबिनार , भाग लेंगे अलग अलग देशों के प्रतिनिधि

स्वर्ण भारत परिवार के अथक प्रयास से अन्तराष्ट्रीय बुक एजेंसी को भारतीय मूल के विशेष व्यक्तियों की जीवनी लिखने व ग्लोबल बुक ऑफ द अर्थ में शामिल करने हेतु तैयार करने में सफल रहा है । ग्लोबल बुक ऑफ अर्थ में शामिल किए जाएंगे विशिष्ट व्यक्ति, अंतराष्ट्रीय बुक पब्लिशर प्रूडेंस पेन  लॉंच करने जा रहा है द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑफ अर्थ जहां लिखी जाएगी पृथ्वी के सबसे प्रेरणादायक लोगो की कहानियाँ जो आपके झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूरा करेगी गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड।  आज से अंतराष्ट्रीय स्तर पर ऐसे प्रेरणादायक लोगो की खोज शुरू हुई है, जिन्होंने अपने कार्यों से आमजनमानस के जीवन मे बहुआयामी बदलाव लाने में मदद की है, सभी चयनित 101 इंफ्लुएंसर्स को  द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑफ अर्थ अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा,और उनकी इंस्पायरिंग सक्सेस स्टोरीज को प्रूडेंस पेन द्वारा पब्लिश किया जाएगा जो अंतराष्ट्रीय बुक सेलिंग प्लेटफार्म अमेजॉन द्वारा वैश्विक स्तर पर लांच की जाएगी। यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, आदि द्वीपों से इंस्पायरिंग व्यक्तियों को स्थान दिया जाएगा , पीस मेकर्स, हुमिनिटेरियन, महिला एंटरप्रेन्योर,हाउस वाइफ,लीडर्स,प्रशासनिक अधिकारियों सहित सोशल एक्टिविस्ट व एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा दे रहे युवाओं,व अपने अनुभवों से युवाओं को प्रेरित करने वाले वरिष्ठजनों को कार्यक्रम में तरजीह देने की बात कही जा रही है ।
इस कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही व्यापक रूप से प्रतिक्रियाये आनी शुरू हो गई हैं, केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं मंत्री रवि शंकर प्रसाद जी व सोनू सूद की जीवनी इस गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड के माध्यम से जानने को मिलेगी , स्वर्ण भारत परिवार मीडिया प्रभारी संतोष पांडेय ने कहां कि वैष्विक स्तर पर सर्वे करके करीब 50 देशों के प्रधानमंत्री,व राष्ट्रपतियों को , उनके द्वारा किये जा रहे इस विषम परिस्थियों में भी अद्भुत कार्यों की वजह से गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ में जीवनी संकलित की जा रही है।

Global Book Of The Earth

Global Book Of The Earth 

प्रूडेंट पेन्स और स्वर्ण भारत परिवार का संयुक्त संग्रह- विश्व की 101 प्रेरक आत्मकथाएं

"गोल्डन बुक ऑफ अर्थ" में शामिल हुए अंतराष्ट्रीय प्रेरक व्यक्तित्व


निर्धारित अवधि के एक दिन पूर्व 101 व्यक्तियों की सूची हुई पूरी

स्वर्ण भारत परिवार की व्यक्तित्व रिसर्च एवं डेवलपमेंट कौंसिल ने 50 भारतीयों की आत्मकथाएँ संग्रह कर इंटरनेशनल बुक पब्लिशिंग हाउस प्रूडेंट पेन्स को प्रेषित की प्रूडेंट पेन्स की राइटिंग कॉउन्सिल ने सभी भारतीयों की आत्मकथा को विश्वस्तरीय बनाने में जुट गई है, आने वाली 18 अक्टूबर को वर्चुवल वेबिनार ज़ूम एप्प से गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ का विमोचन किया जाएगा, वैश्विक चेंजमेकर की गौरवशाली गाथा, भारत के विशेष कर्म योगियों की कहानी को ग्लोबल लांचिंग करने के लिए स्वर्ण भारत परिवार ने अपने सहयोगियों संग शुरू की तैयारी , उदय कौशल फॉउंडेशन, दिशा फॉउंडेशन ने भारतीयों की आत्मकथाएं प्रस्तुत की हैं ।

 द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑफ अर्थ टाइटल वेबसाइट लांच की जा चुकी है, कहानियों में विषम परिस्थियों  प्रेरणादायक  कार्य करने वाले लोगो की कहानियाँ हैं  जो आपको झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूर्ण करती नज़र आ रही है "गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड"

भारतीय प्रधानमंत्री की अनूठी आत्मकथा को नए तरीके से पेश की गई है करीब 40 देशों के राष्ट्रपति य प्रधानमंत्री की जीवनगाथा को स्थान मिला है जिसमे ऑस्ट्रलिया, अमेरिका,रूस, इंगलैंड, घाना, इंडोनेशिया,सहित अन्य कई देशों के प्रमुखों की जीवन गाथा को लिखा गया है , भारत सरकार के कुछ मंत्रियों को विशेष रूप से शामिल किया गया है, पीयूष पण्डित ने कहा कि बहुत से अनूठे उदाहरण पेश करने वाले आम व्यक्तियों को उनके द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयोगों जिससे मानवता का विकास व आम नागरिकों के जीवन मे बदलाव आया है उसे चित्रित किया गया है । बुक जल्द ही इंटरनेशनल बुक सेलर अमेज़ॉन की वेबसाइट पर किंडल वर्जन के साथ प्रिंट वर्जन में जारी की जाएगी । वेब मॉडल तैयार कर रही कंपनी जेम्स इंफोटेक ने द इंस्पारिग पीपल डॉट कॉम की वेबसाइट पर सभी चयनित विशेषज्ञों की जीवनी जारी करने की बात कही है।

Sunday 11 October 2020

डाँ. रत्ना नशीने की बायोग्राफी ग्लोबल बुक आफॅ अर्थ में शामिल

‘‘द मोस्ट ईस्पायारिंग पीपुल ऑन अर्थ‘‘ अफ्रिकन ग्लोबल बुक एंजेसी प्रुडेन्ट पेंन की किताब में विश्व के कई विशिष्टि प्रेरणादायी कर्मयोगीयों की जीवन गाथा प्रकाशित की जारही है। इस श्रृखला में भारत के प्रेरणादायी कर्मयोगीयों की जीवनी शामिल की जावेगी। इसी तारतम्य में इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर (छ.ग.) के अधीनस्थ कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर छत्तीसगढ़ की शिक्षा, प्रसार कार्य, लेखन व समाज सेवा के लिए कई पुरूस्कारों से सम्मानित प्रोफेसर डाॅ. रत्ना नशीने की जीवनी गोल्डन बुक ऑफ अर्थ में शामिल किया गया है।


डाँ. रत्ना नशीने कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, में प्रोफेसर एवं अधिष्ठाता के पद पर कार्यरत हैं। डाॅ. रत्ना नशीने को महिला उत्थान के लिए नागरिक सम्मान किरनापुर सम्मान दिया गया। डाॅ. रत्ना नशीने को शिक्षा एवं आदिवासी क्षेत्रों मे कृषको की आय को बढ़ाने के लिय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा, फखरूधीन अली अहमद आवार्ड प्रदान किया गया। ग्लोबल टीचर आवर्ड, बेस्ट होम साइंटिस्ट आवार्ड, बेस्ट वुमन आफ अग्रीकल्चर साइन्सेस, आउटस्टेडिंग अर्चीवमेन्ट आवार्ड, बेस्ट रिर्सोस परसन इन होमसाइंस,उत्कृष्ट प्रसार वैज्ञानिक, उत्कृष्ट वैज्ञानिक पुरूस्कार के साथ कुपोषण और एनिमिया से बचाव के लिए डाॅ. ए. पी. जे. अब्दूल कलाम राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें तीन बार उत्कृष्ट राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी सम्मान राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय शिवीरो में दिया गया है। हैहय क्षत्रिय कलचुरी समाज द्वारा ‘‘समाज रत्न‘‘ से भी सम्मानित हुई है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मन की बात नारी सशक्तिकरण के लिए लांच किये गये कार्यक्रम भारत की लक्ष्मी के लिये ‘‘केचुवा खाद्य उद्यमिता से महिला उत्थान‘‘ की कहानी मार्च 2020 मे चयनित हुई थी।

डाँ. रत्ना नशीने कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, में प्रोफेसर एवं अधिष्ठाता के पद पर कार्यरत हैं। डाॅ. रत्ना नशीने को महिला उत्थान के लिए नागरिक सम्मान किरनापुर सम्मान दिया गया। डाॅ. रत्ना नशीने को शिक्षा एवं आदिवासी क्षेत्रों मे कृषको की आय को बढ़ाने के लिय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा, फखरूधीन अली अहमद आवार्ड प्रदान किया गया। ग्लोबल टीचर आवर्ड, बेस्ट होम साइंटिस्ट आवार्ड, बेस्ट वुमन आफ अग्रीकल्चर साइन्सेस, आउटस्टेडिंग अर्चीवमेन्ट आवार्ड, बेस्ट रिर्सोस परसन इन होमसाइंस,उत्कृष्ट प्रसार वैज्ञानिक, उत्कृष्ट वैज्ञानिक पुरूस्कार के साथ कुपोषण और एनिमिया से बचाव के लिए डाॅ. ए. पी. जे. अब्दूल कलाम राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें तीन बार उत्कृष्ट राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी सम्मान राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय शिवीरो में दिया गया है। हैहय क्षत्रिय कलचुरी समाज द्वारा ‘‘समाज रत्न‘‘ से भी सम्मानित हुई है। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा मन की बात नारी सशक्तिकरण के लिए लांच किये गये कार्यक्रम भारत की लक्ष्मी के लिये ‘‘केचुवा खाद्य उद्यमिता से महिला उत्थान‘‘ की कहानी मार्च 2020 मे चयनित हुई थी।

गोल्डन बुक ऑफ द अर्थ ने जारी की "द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑन द अर्थ" की वेबसाइट

उदयपाल बारूपाल पूर्व शेशन जज, पीयूष पण्डित,रोशनी लाल, वंदना शुक्ला बनी अंतराष्ट्रीय बोर्ड कमेटी के सदस्य

वैश्विक स्तर पर 101 महान व्यक्तिव की जीवन शैली को मूर्त रूप देने में लगा है अन्तराष्ट्रीय बुक एजेंसी प्रूडेंट पेन, जिसके दस देशों के राइटर्स लिख रहे हैं वैश्विक चेंजमेकर की गौरवशाली गाथा, भारत के विशेष कर्मीयोगियों की कहानी को ग्लोबल लांचिंग करने के लिए स्वर्ण भारत परिवार ने अपने सहयोगियों संग शुरू की तैयारी , उदय कौशल फॉउंडेशन, दिशा फॉउंडेशन ने भारतीयों को ज्यादा से ज्यादा जगह मिले इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है ।आज इंटरनेशनली सभी विजेताओं के प्रोफाइल उपडेट जारी किया गया ।
 द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑन अर्थ में लिखी जाएगी पृथ्वी के 101 प्रेरणादायक लोगो की कहानियाँ जो आपके झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूरा करेगी गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड।  

इस कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही व्यापक रूप से प्रतिक्रियाये आनी शुरू हो गई हैं,मुकेश खन्ना वॉलीवुड एक्टर, केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं मंत्री रवि शंकर प्रसाद जी व सोनू सूद की जीवनी इस गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड के माध्यम से जानने को मिलेगी 

Friday 9 October 2020

इंटरनेशनल ऑथर इंफॉर्मेटिव असोसियेशन द्वारा प्रस्तावित "गोल्डन बुक ऑफ अर्थ" में शामिल होंगे अंतराष्ट्रीय चेंगमेकर

अफ़्रीकन ग्लोबल बुक एजेंसी से जुड़े दस राष्ट्रों के लेखक,जो लिख रहे हैं 101 व्यक्तियों की जीवनयात्रा

इंटरनेशनल ऑथर इंफॉर्मेटिव असोसियेशन की पहल पर वैश्विक स्तर पर 101 महान व्यक्तिव की जीवन शैली को मूर्त रूप देने में लगा है अन्तराष्ट्रीय बुक एजेंसी प्रूडेंट पेन, जिसके दस देशों के राइटर्स लिख रहे हैं वैश्विक चेंजमेकर की गौरवशाली गाथा, भारत के विशेष कर्मीयोगियों की कहानी को ग्लोबल लांचिंग करने के लिए स्वर्ण भारत परिवार ने अपने सहयोगियों संग शुरू की तैयारी , उदय कौशल फॉउंडेशन, दिशा फॉउंडेशन ने भारतीयों को ज्यादा से ज्यादा जगह मिले इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया है ।

 द मोस्ट इंस्पायरिंग पीपल ऑन द अर्थ में लिखी जाएगी पृथ्वी के 101 प्रेरणादायक लोगो की कहानियाँ जो आपके झकझोर देंगी और सोचने को मजबूर कर देंगी के क्या वाकई मे आप अपने इंसान होने का फर्ज़ निभा रहे है या नहीं, आपके धरती पर जन्म लेने के उद्देश्य को पूरा करेगी गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड।  

इस कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही व्यापक रूप से प्रतिक्रियाये आनी शुरू हो गई हैं,मुकेश खन्ना वॉलीवुड एक्टर, केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं मंत्री रवि शंकर प्रसाद जी व सोनू सूद की जीवनी इस गोल्डेन बुक ऑफ द वर्ल्ड के माध्यम से जानने को मिलेगी ,  सामाजिक दशा व दिशा बदलने वाली कंचन शर्मा,पूनम खँगारोत,डॉ कु रत्ना नशीने, रमा वैश्य,अनिता देवी,खुशबू कुमारी,यास्मीन बेगम,शताब्दी अवस्थी, रश्मि नामदेव,मलकीत सिंह कल्याण, रेणुका यादव, रश्मि नामदेव, सुंदर सिंह गुर्जर अर्जुन अवार्डी, वंदना शुक्ला, रमीला बहन दी मकवाना , विश्वनाथ पानी गृही , कल्पना सेखवात, डॉ वेद तिवारी पूर्व जज और वरिष्ठ सामाजिक क्रांति के जनक उदय चन्द बारूपाल, व स्वर्ण भारत परिवार की ट्रस्टी रोशनी लाल, देविंदर कौर, शिक्षा जगत में नवाचार को स्थापित करने वाली प्रतिभा मिश्रा जी , मोइन अहमद व डॉ दौलतराम माल्या , संजय सरदाना,के जीवन संघर्ष की कहानी का, वैश्विक स्तर पर होगा विमोचन।

ग्लोबल बुक ऑफ अर्थ 2020 की तरफ से हार्दिक शुभकामनाये



मिलिए सुंदर सिंह गुर्जर से , आप अर्जुन अवार्डी हैं , ओलम्पियन हैं साथ ही देश के पहले एथलीट हैं जो देश के लिए लगातार दो बार विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत के लायें हैं,सुंदर सिंह गुर्जर राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री  से सम्मानित हो चुके हैं
आज आपकी प्रोफाइल को पढ़कर एहसास हुआ कष्ट उठाने के बाद ही इंसान निखरता है, सुनिए अर्जुन अवार्डी की कहानी उन्ही की जुबानी,18 अक्टूबर को स्वर्ण भारत परिवार के साथ, प्रूडेंट पेन लिख रही है इनकी सफलता की कहानी और संघर्षों से युध्द की कला , 

क्या आपने प्रस्तुत की अपनी जीवन गाथा? 

जुड़िये आज ही इस भव्य कार्यक्रम से और शामिल विश्व के 101 शानदार व्यक्तित्व में।

उदयकौशल फॉउंडेशन व दिशा फॉउंडेशन ने भेजी शुभकामनाएं

Friday 2 October 2020

International Youth Development and Global Peace Summit & Global Gandhi Peace Award 2020

International Youth Development and Global Peace Summit & Global Gandhi Peace Award 2020
                                                                                         (Peace is the only weapon to stay alive)


Highlights of the event:
1) Our aim to live in a world where violence has no place.
 2) Our purpose is to motivate people across the globe to  face all  the challenges come in their life with calmness and to manage every  situation with non-violence.
3)Non –violence is the greatest force at the disposal of mankind:         -By- Mohandas Karamchand Gandhi
How and where would the event be organised? 
The Global Gandhi  Peace Award will be  given to most eminent leaders of the world on International Non-Violence Day (2nd October ) At 1PM  INdian Time Zone 
The Global Gandhi  Peace Award would be given this time on online platform  globally as  world is facing CORONA Pandemic and to maintain social distancing is the primarily important to save everyone.  
One of the major reasons to conduct award online, is that,by this  most of the people can become the part of the program and get motivated to maintain peace worldwide.
The main motive of our non profit organisation behind this, is our willingness to spread the values, ideals and philosophies of Mahatma Gandhi, globally.
The event will start with remembrance of Mahatma Gandhi , his values towards peace , followed by Discussion on how to keep world violence free in which valuable speakers across the world will take part and share their views , afterwards the prestigious Global Gandhi Peace Award will be announced.
The international selection committee will select 51 most deserving persons from world to whom this award will be given.
World celebrates International Non-Violence  Day on October 2nd  in honour of birth anniversary of Father of Indian Nation Mr.M.K.Gandhi, so that his values, beliefs and ideals for which he lived and worked could be a great source of inspiration for all worldwide.
It was his strength and dedication which led to the world towards a Peaceful environment,
To celebrate the great contribution of Mahatma Gandhi  and to ensure that his philosophy of Non –Violence continue as a guiding star for world  his birth anniversary is celebrated as of International Non-Violence Day.

Conclusion :
This award is being given because it is the high time in world to create awareness of peace and not to become violent in any situation.
Every person has to understand that if we want to survive further there would be no place  of violence in our life neither individually nor socially  . And this would be the best way to celebrate  The International Day of Non-Violence, the birthday of Mahatma Gandhi, leader of the Indian independence movement and pioneer of the philosophy and strategy of non-violence.

स्वर्ण भारत परिवार ने दिया विश्व को शांति का संदेश, 51 विशिष्ट व्यक्तियों को मिला ग्लोबल गाँधी पीस अवार्ड कार्यक्रम में सहआयोजक की भूमिका में रहे, दिशा फॉउंडेशशन व उदयकौशल फॉउंडेशन


 महात्मा गांधी के 151 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आज स्वर्ण भारत परिवार, दिशा फाउण्डेशन और उदय कौशल संस्थान के संयुक्त तत्वावधान मे एक दिवसीय "इंटरनेशनल यूथ डेवलपमेन्ट और  ग्लोबल गांधी पीस कॉन्फ्रेंस व अवार्ड्स 2020" का आयोजन किया गया  जहां 30 से अधिक देशों के युवा प्रतिनिधि शामिल हुए ,  जिसमें अमरीका , ऑस्ट्रेलिया , घाना , केमरून नेपाल श्रीलंका सहित 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग लिए, करीब 21 व्यक्तियों का चयन नेशनल पीस डेलीगेट के रूप में किया गया  , साथ ही देश के 51 लोगो को ग्लोबल गाँधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

मीडिया को जानकारी देते हुए स्वर्ण भारत परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूष पण्डित के अनुसार इस कांफ्रेंस में 30 देशों के 150 युवा शामिल हुए ।  30 युवाओं को नेक्सट जेन स्पीकर का पद दिया गया जिन्होंने अंतराष्ट्रीय स्तर पर शांति कायम करने के लिए चलाये जा रहे प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की एवं विश्व के 21 देशों के युवाओं को ग्लोबल पीस एम्बेस्डर का पद दिया गया जो पूरे विश्व को शांति का संदेश देंगे तथा व्यक्तिगत स्तर पर शांति स्थापित करने हेतु दिन रात एक करने वाले 51 व्यक्तियों को ग्लोबल गांधी पीस सम्मान 2020 से सम्मानित किया गया  । यह आयोजन स्वर्ण भारत परिवार, दिशा फ़ाउंडेशन, उदय कौशल फाउंडेशन के सहयोग से ऑनलाइन वेबिनार द्वारा आयोजित किया गया ।  इस कॉन्फ्रेंस का ऑनलाइन प्रसारण भारत सहित नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, अमेरिका, भूटान, अफ़ग़ानिस्तान ऑस्ट्रेलिया, कैमरून, नाइजीरिया, घाना, दुबई,आदि देशों में हुआ । भारतीय चयन समिति में उदय चन्द बारूपाल पूर्व सेशन जज, डॉ राधा वाल्मीकि, पूनम खँगारोत, कंचन शर्मा,अनीता देवी, शामिल रहे । 
पीयूष पंडित जी ने  2 अक्टूबर गाँधी जयंती को युवाओं को समर्पित किया है ताकि युवाओं को एक नई दिशा और प्रेरणा मिल सके और उनमें एक नए उत्साह का संचार हो। ऐसे मे पीयूष पंडित जैसे ही जागरूक युवाओं को भी विभिन्न समस्याओं से निजात पाने की मुहिम में आगे आना होगा उनमें सकारात्मक सोच विकसित करनी होगी।इसी लिए स्वर्ण भारत परिवार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं को सम्मानित कर उनकी समस्याओं पर मंथन करने के लिए ही गूगल मीट पर पुरस्कारों के साथ वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें कई देशों के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 
दिशा फाउंडेशन की चेयरपर्सन वंदना शुक्ला ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा ग्लोबल गांधी शांति पुरस्कार यादगार बना है । वंदना शुक्ला जी ने बताया कि 2 अक्टूबर को विश्वशान्ति के अग्रदूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयन्ती है और इस अवसर पर  स्वर्ण भारत परिवार के साथ मिलकर  अंतर्राष्ट्रीय युवा विकास पर शिखर सम्मेलन  का आयोजन करना एवं विश्व के कोने-कोने से युवाओं के विकास के लिए  एवं विश्व शांति के लिए कार्य कर रहे युवाओं को गूगल मीट पर ग्लोबल गांधी पीस पुरस्कार से सम्मानित करना  अत्यंत ही गौरव कि बात है। 
उदय कौशल संस्थान के अध्यक्ष पूर्व सेशन जज उदयलाल बारूपाल जी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस कार्यक्रम का आयोजन गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन किया गया, परंतु देश मे ये पहला अवसर है जबकि सम्मानित होने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को सेर्टिफिकेट डाक के माध्यम से भेजे जाएंगे, इसमे गाँधी जी का स्मृति चिन्ह, सेर्टिफिकेट की कॉपी और स्वर्ण भारत परिवार के मास्क होंगे। 

वर्तमान समय मे बालिकाओ पर हो रहे अत्याचार को गंभीरता पूर्वक लेते हुए स्वर्ण भारत परिवार कि ऑस्ट्रेलिया मे रह रही ट्रस्टी  रोशनी लाल जी  ने बालिका शिक्षा एवं आत्म रक्षा के संबंध मे अपने विचार रखे, उन्होने बताया कि अगर हम युवा विकास कि बात करते हैं तो बालिका शिक्षा एवं सशक्तिकरण कि बात करना  बहुत जरूरी है , आज जिस तरह से बच्चियां ज्यादती का शिकार हो रही है उनके लिए आत्म रक्षा मे निपुण होना अत्यंत आवश्यक है, और अगर लड़कियां आर्थिक रूप से सक्षम होंगी तो वो अपने खिलाफ होने वाले हर तरह के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं। 
स्वर्ण भारत परिवार की महिला अध्यक्षा श्रीमती अंजू पंडित,पुरस्कार चयन समिति की अध्यक्षा  डॉ राधा वाल्मीकि,सदस्य कंचन शर्मा, अनिता देवी व राजस्थान प्रदेश मुखिया पूनम खँगारोत जी ने भी अपने विचार सेमिनार में रखे । राष्ट्र के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है,  युवा शक्ति हर युग में और हर समाज में सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती हैं आर्थिक विकास में यह एक वरदान है।भारत में युवा शक्ति की आबादी को सही दिशा व राष्ट्र निर्माण में  सकारात्मक योगदान हेतु कैसे मोड़ा जाए? यह एक ज्वलन्त और विचारणीय प्रश्न है। एक युवा में बढ़ती आयु के साथ-साथ नया रक्त संचार नया जोश,साहस और बढ़ती महत्वाकांक्षाऐं प्रबल होतीं हैं ऐसे में इनमें सकारात्मक सोच उत्पन्न कर सही मार्गदर्शन द्वारा यदि सही दिशानोन्मुख कर दिया जाय तो उनकी ऊर्जा मानव विकास और राष्ट्र कल्याण में लगाई जा सकती है।परन्तु आज एक बड़ा युवा वर्ग अवसादग्रस्त  होकर डिप्रेशन का शिकार हो रहा हैं। पढ़ाई का बोझ, गलत संगति,बेरोजगारी, प्रेम में विफलता, जिम्मेदारियों का बोझ, आर्थिक तंगी,शारीरिक बीमारियां,अचानक आ जाने वाली परेशानियां,प्रिय जनों से बिछड़ना अपराध आदि यह युवा जीवन की गंभीर समस्याएं बन चुकी है जिनका सामना करते करते वह परेशानियों के आगे घुटने टेक देता है और मानसिक विकारों का शिकार होकर या तो आत्महत्या कर लेता है या डिप्रेशन में जाकर नशे का आदी हो जाता है,उसकी सोचने समझने की क्षमता प्रभावित होने लगती है या फिर उसे कदम अपराध जगत की ओर बढ़ने लगते हैं। ऐसे समय में डिप्रेशन के शिकार इन युवाओं को उनकी पीड़ा को समझना बहुत जरूरी है।
आज का युवा आभासी दुनिया में भी जीने लगा है आज वह सोशल मीडिया इंटरनेट इत्यादि में उलझ कर अपने वास्तविक संसार से अलग हो गया है और अपनी नई दुनिया में जी रहा है ऐसे में स्वर्ण भारत परिवार और पीयूष पंडित एक नई सोच लेकर इनमें ऊर्जा का संचार कर रहे हैं।स्वर्ण भारत परिवार के अध्यक्ष पीयूष पंडित ने जिस तरह से अपनी विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए आज भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपना एक मुकाम हासिल कर मिसाल कायम की है वह अनुकरणीय है। उनकी सोच इन युवाओं को आगे बढ़ाने की है और इसी सोच को ध्यान में रखते हुए पीयूष पंडित जी समय-समय पर देश में कुछ न कुछ नए कार्य करते रहते हैं ।