Sunday 22 November 2020

स्वर्ण भारत परिवार का बोर्ड उखाड़ने, व बाज़ार के नाम पर अवैध कब्जे की साजिश, ग्रामप्रधान पति की भूमिका संदिग्ध

ब्राह्मण होने की वजह से कई बार पीयूष पण्डित हुए शोषण के शिकार देश मे ब्राह्मण विरोध इस कदर हावी है कि स्वर्ण भारत परिवार ट्रस्ट का बोर्ड साजिश के तहत  उखाड़ कर फेंक दिया गया ।साथ ही ट्रस्ट अध्यक्ष पीयूष पण्डित को जान से मारने की धमकी दी गई उसके बाद बाज़ार के नाम पर रोड से जुड़ी हुई स्वर्ण भारत परिवार की जमीन को दीवाल से ढकने का कुकृत्य किया जा रहा है । 
मामले की सम्पूर्ण जानकारी माननीय योगी जी को पोस्टल द्वारा  भेजने के साथ ग्राम सभा मे आये सरकारी मदों की हाई प्रोफाइल जांच करवाने हेतु ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वर्ण पीयूष पण्डित  कल मण्डल के सभी पदाधिकारियों की अहम बैठक होगी । और ब्राह्मण समाज को बदनाम और शोषण करने के कुचक्र पर राष्ट्रीय आंदोलन की तैयारी शुरू होगी जिसकी शुरुवात जल्दी ही कि जाएगी । इस पूरे प्रकरण पर ग्राम प्रधान अलुवामई पति इंद्र देव पटेल का नाम प्रूफ सहित सामने आने की बात ट्रस्ट के पदाधीकारियों ने कही । 

पीयूष पण्डित ने कहा कि बार बार शांति की अपील के बाद भी कुंडा में  ब्राह्मण जाति का शोषण करने की कोशिस की जा रही है, जिसका कानूनी रूप के साथ जवाब देने के साथ ब्राह्मणों को एक होने की बात कही है । साथ ही ग्राम सभा मे हुए समस्त  सरकारी कार्यों की आरटीआई दायर करके जवाब की तैयारी नरेगा में हुए कार्य का विवरण, सरकारी कालोनी आवंटन,खाद्यान्न विभाग की रिपोर्ट कार्ड सहित सरकारी धन में लिप्त भृष्टचार को उजागर करने के लिए पीयूष पण्डित ने कमर कसी ।

Sunday 8 November 2020

MY EMOTIVE MEMOIR: A LITTLE WHILE AFTER MY SOULMATES UNTIMELY PASSING ON, ANOTHER ADVERSITY STRUCK US WHEN MY MOM 71 WAS DIAGNOSED WITH CANCER

Today on 7th of Nov The International world cancer awareness day’ I remember the cancer battle fought so bravely and gracefully by my mom. My gratitude and acknowledgement of God’s grace can’t be expressed in words. Not only for saving my mother life but also giving her the strength to fight the unexpected or I won’t be too wrong if I say unthought-of ailment.

Pandemic at its peak and our moral rock bottom, treatment for cancer was a tedious uphill trauma. Me and Sirjana ( my younger sister ), we’re with her, shuffling between the corridors and wards of the hospitals, running from pillar to post because of the scarcity of expert medical personnel as well as the resources due to the Scary Covid 19. This time of our life ( for the entire family) is probably the only thing I talk about in public that to with an aim to make everyone aware and to some extent give hope to all those struggling.


One incident that got me into organizing blood donation camps…was when I almost lost my mother due to lack of availability of blood because volunteers were either prohibited or at times scared of visiting hospitals. My prior experience I with many blood donation organisation and me being a member of the Indian Red Cross Society helped me do the same. We all felt helpless when we couldn’t arrange blood for her as her Haemoglobin had dropped to 3-4 and she was to be operated Immediately. Somehow with my past experiences of being a social activist, I arranged 2 blood donation camps in that very hospital. The Doctors have a good cancer network and treated my Mom with the best of their skills, especially the Doctors and the staff of the Onco Dept of the Max hosp and I’sure that they put in the same effort for all their patients. This God forbidden experience gave me an opportunity to interact with a number of patients inwards of the hospital, survivors & caregivers – very inspiring & truly enlightening where I could contribute by counselling the sick companions of my mom. Cancer is the ace of spades of almost all the diseases. Through this tough to handle the situation, I along with few others have started contributing all the more to this noble cause of organising blood donation camps, counselling patients and their attendants along with conducting regular and extensive awareness programs though webinars and other platforms.


I thank all the Doctors who have supported us during this hard time of Covid 19. We wish them all the best for their continued research, work & understanding as we all hope that we will win against one of the deadliest cancers on earth.


Dr Navneet Kour
Global Peace Ambassador
National Human Rights
Social Justice Council
Global

Monday 2 November 2020

वैश्विक स्तर पर पब्लिक फिगर टाइटल 2020 के अंतर्गत शिक्षा,साहित्य,सामाजिक व अन्य क्षेत्रों के लिए सम्मान समारोह की 11नवम्बर तिथि सुनिश्चित

कोरोना काल में जहाँ सम्पूर्ण विश्व सहित  मानव जीवन को आर्थिक व मानसिक द्वंद में ला खड़ा किया है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे व्यक्तित्व भी हैं जो आम जनमानस के अपने कल्याण कार्यों सहित राष्ट्र हित कार्यो से प्रेरणा स्रोत बन जीवन मे एक नई आस जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका में सामने आते रहे हैं।
कुछ इस प्रकार के अनूठे व्यक्तित्व को वैश्विक पटल पर उनके उच्च विचारों को साझा करने व उन्हें सम्मान देने की उद्देश्य से पब्लिक फिगर व नेक्स्ट जेन अवार्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में अवार्ड की घोषणा की।जिसके अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्यो हेतु महिला शिक्षक वर्ग में सावित्री ज्योतिराव फुले शिक्षा सम्मान 2020 व  पुरुष शिक्षक वर्ग के अंतर्गत मौलाना अबुल कलाम आज़ाद शिक्षा रत्न सम्मान 2020 देना सुनिश्चित किया गया।
विदित हो सावित्री बाई ज्योतिराव फुले को भारत की पहली महिला शिक्षक के रूप में जाना जाता है वहीं मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को राष्ट्रीय शिक्षा नीति का संस्थापक माना जाता है। स्वतन्त्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जन्म १८१८ में हुआ था। अतः उनके जन्मदिन पर प्रत्येक वर्ष ११नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वही दूसरी ओर साहित्य जगत
में नई दिशा व नई सोच को जाग्रत करने वाले साहित्यकारों लेखकों को भारतेन्दु हरिश्चंद्र राष्ट्रीय साहित्य सम्मान 2020 से सम्मानित किया जाएगा। सामाजिक जागरूकता अभियान के अन्तर्गत कुरीतियों को मिटाकर अपने म्रदु स्वभाव व सकारात्मक सोच से समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है जिसके लिए उन्हें लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय सम्मान २0२0 देने का निश्चय किया गया है।
इसके साथ ही खेल,मीडिया,मनोरंजन आदि क्षेत्रों में अपनी मिसाल कायम करने वाले भारतीय व गैर भारतीय महानुभवों को पब्लिक फिगर २०२० सम्मान  से अलंकृत किया जाएगा।

समस्त कार्यक्रम चेरिटेबल होगा जिसमें देश-विदेश के स्पीकर वक्ता अपनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार रखेंगे।
वैश्विक स्तर पर शिक्षा में समानता व संभावना हेतु प्रयासों के  विभिन्न पहलुओं पर विमर्श करने का प्रस्ताव है।

सम्पूर्ण कार्यक्रम ११नवम्बर को मध्यान्ह 1 बजे से 4 बजे तक ज़ूम एप्प द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रॉडकास्ट किया जाएगा।
समारोह द्वारा एकत्रित दान की समस्त धनराशि को हेल्प इंडिया हेल्प फाउंडेशन व स्वर्ण भारत परिवार की सेवा नीति परियोजना को सौंपा जाएगा।
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराने वाली एकमात्र संस्था स्वर्ण भारत परिवार राष्ट्र हित हेतु अपनी कर्मठता से आधुनिक भारत के प्रत्येक वर्ग के हित के लिए  प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सकारात्मक सोच के साथ निरन्तर अग्रसर है