विश्व क्षयरोग दिवस 24 मार्च
देश मे कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते स्वर्ण भारत परिवार टीबी पर होने वाले कार्यक्रम को स्थगित करके ऑनलाइन जागरूकता अभियान शुरू किया जिसकी सराहना पूरे देश मे हो रही है , टीबी (क्षयरोग) एक घातक संक्रामक रोग है, जो कि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है। टीबी (क्षयरोग) आमतौर पर ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करता है, लेकिन यह फेफड़ों के अलावा शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता है। यह रोग हवा के माध्यम से फैलता है।
जब क्षयरोग से ग्रसित व्यक्ति खांसता, छींकता या बोलता है तो उसके साथ संक्रामक ड्रॉपलेट न्यूक्लीआई उत्पन्न होता है, जो कि हवा के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। ये ड्रॉपलेट न्यूक्लीआई कई घंटों तक वातावरण में सक्रिय रहते हैं। जब एक स्वस्थ व्यक्ति हवा में घुले हुए इन माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस ड्रॉपलेट न्यूक्लीआई के संपर्क में आता है तो वह इससे संक्रमित हो सकता है।
विश्व टीबी दिवस के अवसर पर मंगलवार को स्वर्ण भारत परिवार द्वारा ऑनलाइन जागरूकता अभियान चलाया गया । इसका आयोजन नेक्स्ट जेन की मीडिया टीम द्वारा प्रसारित किया जिसमें शोशल मीडिया के सभी सदस्यों ने ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ज्ञात हो कि कोरोना से बचने के उद्देश्य से स्वर्ण भारत परिवार ने 31 मार्च तल अपने सभी कार्यक्रम निरस्त किये हैं पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं बहुत सी एनजीओ के सदस्य शामिल हुए। स्वर्ण भारत परिवार के मुखिया पीयूष पण्डित लगातार अपने अनूठे कार्यों से सुर्खियां बटोरते रहते हैं और युवाओं को प्रेरित करते हैं ।
ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम की शुरूआत क्षयरोग उपचार के जनक डॉ. राबर्ट कोच के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस मौके पर ऑनलाइन जुड़े डॉक्टर्स ने (टीबी) पर अपनी अपनी सलाह रखी *अजिता सिंह (महिला समाजसेवी) ने कहा कि टीबी शारीरिक ही नहीं समाजिक बीमारी भी है। कुपोषण और गंदगी से इसका सीधा रिश्ता है। महिला, कुपोषित बच्चे, बूढ़े एवं डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को टीबी होने का खतरा अधिक होता है। केन्द्र एवं राज्य सरकार टीबी उन्मूलन के प्रति गम्भीर है। सरकार का 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य है*। इस दौरान डॉ. विराट सिंह, डॉ. सुनील सिंह, रवि सिंह, सत्य प्रकाश भारती, उपेन्द्र राय, केडी दूबे, एमसी पांडेय और संजयसिंह रोहित सिन्हा, अनुज शुक्ला व स्वर्ण भारत परिवार के समस्त पदाधिकारी व सदस्य आदि ऑनलाइन मौजूद रहे।
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