A hard working social worker who is also curious, sensitive, empathetic and able to find creative solutions for the everyday problems of my friends. Open minded, caring and enthusiastic, I am fully conversant with current thinking on social work conduct and practice.
Thursday, 30 November 2017
Wednesday, 29 November 2017
Saturday, 11 November 2017
Peeyush Pandit -Social Activist
आजकल कुछ लोगों का रटा रटाया डायलॉग हो गया है कि ब्राह्मणों ने हमारा शोषण किया। हमें लिखने-पढ़ने के अधिकार से वंचित रखा। हमारे साथ छुआ-छूत का व्यवहार किया गया। मजे की बात देखिये, ये डायलॉग वो समाज बोलता है। जिस समाज के महापुरुष ने हमारे देश का सविधान लिखा। वो समाज बोलता है जिनके द्वारा लिखी बाल्मीकि रामायण को हिन्दू समाज पूजनीय और सबसे विश्वसनीय ग्रंथ मानता है।
सच्चाई यही है कि कोई भी काल रहा हो.. कोई भी समय हो... समाज ने हमेशा बुद्धिजीवियों को आदर दिया है। इसलिए अपनी कमियों को दूसरे पर दोष मढ़ कर उसे छुपाने की कोशिश मत कीजिये।
सच्चाई यही है कि कोई भी काल रहा हो.. कोई भी समय हो... समाज ने हमेशा बुद्धिजीवियों को आदर दिया है। इसलिए अपनी कमियों को दूसरे पर दोष मढ़ कर उसे छुपाने की कोशिश मत कीजिये।
Friday, 10 November 2017
Peeyush Pandit-Social Activist
सच्चाई ये है कि इन सब ऊँचे ओहदों पर बैठे लोगों के बच्चे हमारे बच्चों से भी ज्यादा शानदार जीवन जी रहे हैं। अच्छे स्कूलों में पढ़ रहे हैं। दुनिया में बेख़ौफ़ घूम रहे हैं। इन पर हम तो क्या प्रशासन भी जल्दी कार्यवाही करने से डरता है। तो किस प्रकार इनका सामाजिक शोषण हो रहा है?? क्यों दिया जा रहा है इन्हें #आरक्षण??
Sunday, 5 November 2017
Peeyush Pandit - Social Activist
''१० दिसम्बर इलाहाबाद। आरक्षण रूपी शोषण के खिलाफ आगाज़..''
समाजिक उन्नति और जाति उन्मूलन के लिए की गयी व्यवस्था जो कि आरक्षण कहलाती है। आज एक अभिशाप बनती नजर आ रही है. आज आरक्षण का लाभ सिर्फ और सिर्फ आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम sc/st या obc उठा रहे हैं। आरक्षण सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का हक है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो। किन्तु यदि किसी एक वर्ग को ही इसका लाभ मिल रहा है तो यह अन्याय और शोषण है। इस शोषण का विरोध मैं नही हम मिलकर करेंगें। #हमारा_संकल्प_आरक्षण_मुक्त_भारत ..
समाजिक उन्नति और जाति उन्मूलन के लिए की गयी व्यवस्था जो कि आरक्षण कहलाती है। आज एक अभिशाप बनती नजर आ रही है. आज आरक्षण का लाभ सिर्फ और सिर्फ आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम sc/st या obc उठा रहे हैं। आरक्षण सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का हक है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो। किन्तु यदि किसी एक वर्ग को ही इसका लाभ मिल रहा है तो यह अन्याय और शोषण है। इस शोषण का विरोध मैं नही हम मिलकर करेंगें। #हमारा_संकल्प_आरक्षण_मुक्त_भारत ..
Thursday, 2 November 2017
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