Tuesday 27 February 2018

स्वर्ण भारत परिवार करेगा बाबा रामदेव के खिलाफ कानूनी कार्यवाही- पीयूष पंडित

बाबा रामदेव के जीवन पर आधारित टीवी सीरियल ‘स्वामी रामदेव : एक संघर्ष डिस्कवरी जीत चैनल पर प्रसारित किया जा रहा है। जिसके पहले ही एपिसोड से विवाद खड़ा हो गया है। इस शो को लेकर ‘’स्वर्ण भारत परिवार’’ कड़ा विरोध जता रहा है। दरअसल, इस सीरियल के पहले ही एपिसोड में दिखाया गया है कि बाबा रामदेव जब माता के गर्भ में ही थे तभी से उन्हें और उनके परिवार को जातिवाद का भयंकर दंश झेलना पड़ा था। उसी जातिवाद के तहत उनके भाई को मूर्ति छू लेने भर की वजह से पेड़ से बाँध कर प्रताड़ित किया गया था। सरपंच के साथ मिलकर उनके घर को आग लगा दिया गया और उन्हें गाँव से भी निकाल दिया गया था। जातिवाद के कारण ही उन्हें पढ़ाई-लिखाई में भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
सीरियल के इसी हिस्से की सत्ययता जानने के लिए स्वर्ण भारत परिवार के अध्यक्ष पीयूष पंडित ने बाबा रामदेव के जन्म स्थान महेंद्रगढ़ जिले के सैदअली पुर गाँव का दौरा किया। पीयूष पंडित का कहना है कि बाबा रामदेव का गाँव 80% के साथ यादव बाहुल्य गाँव है। जहां केवल एक ही परिवार ब्राह्मण का है। जिसे खुद यादवों ने बसाया है। उसमे सबसे ज्यादा सहयोग खुद बाबा रामदेव के परिवार का रहा है। पूरे गाँव में सिर्फ यादव ही उच्च जाति के हैं। बाक़ी 20% पिछड़ी जाति से हैं। तो कैसे एक ब्राह्मण, 80% यादव जाति का शोषण कर सकता है..?? यदि बाबा रामदेव के कथानानुसार इसे सत्य भी मान लिया जाए तो भी सोचने का विषय यह है कि पूरा गाँव, यहां तक कि खुद बाबा रामदेव का परिवार ऐसे किसी भी शोषण से इंकार करता है। तो कैसे बाबा रामदेव की बात सत्य मान लिया जाए..??
बाबा रामदेव पूरी तरह सीरियल में झूठ दिखा रहे हैं। जिससे सर्व समाज में रोष व्याप्त हो गया है और समाज इस तरह के झूठ और देश में जातिगत द्वेष फैलाने वाले सीरियल का विरोध करता है।
पीयूष पंडित ने कहा कि टीवी पर प्रसारित हो रहे इस सीरियल में व्यवसायिक फायदे के लिए विभिन्न वर्गो में विष फैलाने की कोशिश की जा रही है। जो समाज और देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि इसे सज्ञान में लेते हुए तत्काल इसका प्रसारण बंद करें तथा बाबा रामदेव ने जो सहानुभूति बटोरने और पब्लिसिटी के लिए झूठी कहानी का सहारा लेकर पूरे ब्राह्मण समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उसके लिए लिखित माफी मांगें अन्यथा स्वर्ण समाज उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगा।


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